सीबीआइ ने घटना के बाद मौके पर सबसे पहले पहुंचे छोटू से एक बार फिर की लम्बी पूछताछ

बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म के बाद मारपीट के कारण उसकी मौत की जांच कर रही सीबीआइ टीम छठे दिन भी बेहद एक्टिव है। सीबीआई ने रविवार को अपने कैम्प कार्यालय में 14 सितंबर को सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचने वाले छोटू से काफी लम्बी पूछताछ की है। छोटू से दो चरण में लम्बी पूछताछ के साथ ही जांच एजेंसी ने गांव के एक अन्य युवक को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। उधर हाथरस के एसपी विनीत जायसवाल भी पीड़ित के घर की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर हैं।

हाथरस में बूलगढ़ी गांव में कांड की सीबीआइ ने रविवार को दो बार में साढ़े तीन घंटे तक छोटू से कैम्प कार्यालय में गहनता से पूछताछ की। अलीगढ़ रोड़ पर सीबीआइ के कैंप कार्यालय पर छोटू को सुबह नौ बजे बुलाया गया। वहां पर उसके फिर से बयान लिए। करीब पौने बारह बजे उसे छोड़ दिया गया। इसके बाद छोटू को 12.30 बजे फिर से बुलाया गया। इस बार उसके साथ गांव का अनिल नामक युवक भी मौजूद था। अनिल गांव का ही है और यह आरोपित रामू के साथ चिलर प्लांट पर काम करता है। सीबीआइ टीम ने छोटू के साथ अनिल से अलग-अलग करीब 45-50 मिनट पड़ताल की। दो दिन पहले भी सीबीआइ छोटू से आठ घंटे पूछताछ कर चुकी है। बूलगढ़ी गांव की घटना के बाद सबसे पहले छोटू मौके पर पहुंचा था। शुक्रवार को भी कैम्प कार्यालय में सीबीआइ की एक टीम ने छोटू से आठ पूछताछ थी।इससे पहले शनिवार को सीबीआई टीम ने बुलगढ़ी गांव पहुंचकर पीड़िता की भाभी और मां से पूछताछ की थी। चश्मदीद छोटू के बारे में सवाल-जवाब किए थे। उन्होंने साफ कहा कि वे उसे नहीं जानतीं। इससे पहले टीम एक बार फिर घटनास्थल पर भी पहुंची। इसके बाद टीम दो गाड़ियों से पीड़िता के घर पहुंची। जाते-जाते टीम अपने साथ पीड़िता के कुछ कपड़े ले गई। पीड़िता की भाभी ने बताया कि टीम ने उनसे लड़की के बारे में पूछा। यही कि वह किस तरह की थी। उसका व्यवहार कैसा था। इसके अलावा किसी छोटू नाम के चश्मदीद के बारे में भी बातचीत की। हमें उसका फोटो दिखाया। हम उसे नहीं जानते। उसे इससे पहले कभी नहीं देखा।

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