सीएए के समर्थन में हिंदु युवा क्रांतिकारी संघ ने निकाली तिरंगा यात्रा

प्रयागराज। हिन्दू युवा क्रांतिकारी संघ ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में शुक्रवार को प्रयागराज के ग्रामीण इलाके नवाबगंज में तिरंगा यात्रा निकाली।
इस दौरान बड़ी संख्या में लोग हाथों में तिरंगा लेकर सड़क पर उतरे और भारत माता के जयकारों के साथ यात्रा शुरू की गयी। यात्रा में शामिल लोगों ने हाथ में सीएए के समर्थन में लिखे पोस्टर, बैनर, तख्तियां भी ले रखी थी और लोगों को इस कानून के प्रति जागरूक करते नजर आये।
सीएए के समर्थन में नवाबगंज ओवरब्रिज से लेकर नवाबगंज पेट्रोल पंप तक आयोजित की गयी तिरंगा यात्रा में शामिल लोगों ने स्थानीय लोगों को इस कानून से होने वाले परिणाम और देश की आवश्यकता के प्रति जागरूक किया। बताया कि यह कानून किसी के भी खिलाफ नहीं है, बस जिन हिंदुओं या अल्प संख्यकों को पड़ोसी मुल्कों में नर्क की यातना दी जा रही है, उन्हें भारत में नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है।
कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे हिंदू युवा क्रांतिकारी के संरक्षक रितेश पाण्डेय ने बताया कि हमारी यह तिरंगा यात्रा राजनैतिक नहीं है। हिंदू हितों की रक्षा के लिये यह कानून आया है, जिसका हम स्वागत समर्थन और रक्षा में हर तरह से साथ खड़े हैं। इस्लामिक देशों में जिस तरह से हिंदू आबादी का पतन हो रहा है, उससे अगले कुछ वर्षों में वह वहां पर विलुप्त धार्मिक स्थिति में होंगे। ऐसे में इस्लामिक मुल्कों से भारत की शरण में आये धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देकर उन्हें मुख्य धारा में लौटाया जा रहा है। यह बात पूरी दुनिया को पता है कि हिंदू धर्म के लोगों के लिये केवल एक ही जगह दुनिया में है, वह है भारत। अगर प्रताड़ित हिंदुओं को हिंदुस्तान में भी जगह न मिली तो आखिर यह कहां जायेंगे। सरकार का फैसला मानवता के हित में है और हमारा संघ इसका समर्थन करता है।
हिंदू युवा क्रांतिकारी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रद्युम्न केडी मिश्रा ने बताया कि सीएए लाया जाना भारत के लिये नितांत आवश्यक था और इस कानून से किसी बाहरी को नहीं बुलाया जा रहा है। जो धार्मिंक अल्पसंख्यक प्रताड़ित होकर भारत आये हैं, उन्हें नागरिकता दी जा रही है। लेकिन, राजनैतिक दल अपने फायदे के लिये अफवाह व भडकाऊ भाषण देने वाले गैर जिम्मेदार लोग इसे दूसरा ही रूप देकर विरोध कर रहे हैं। जब पड़ोसी मुल्कों में अल्संख्यकों को धर्म के आधार पर प्रताड़ित किया गया, तब उनके लिये कोई आवाज उठाने वाला नहीं रहा। आज जब वह अपनी जान, आबरू, मर्यादा बचाकर हिंदुस्तान पहुंचे हैं तो उन्हें नागरिकता क्यों नहीं दी जायेगी। सरकार का यह फैसला सही है और हमारा पूरा संघ इसका समर्थन करता है और हर तरह से करेगा।
संघ के कार्यकारिणी अध्यक्ष संजय तिवारी ने कहा कि भारतीय एकता को बनाये रखना हमारा पहला कर्तव्य है। यह अधिनियम प्रगतिशील नए भारत की नींव रखेगा। जबकि तुलसी साहित्य प्रचार समिति उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस अधिनियम से समाज मे एक नई लहर उठी है जो वर्तमान में अति आवश्यक है। इस अवसर पर शैलेन्द्र शुक्ल, दिलीप, आनन्द पांडेय, शुभम, शिवम, टीलु, बबलू, पवन शुक्ल प्रधान, राजेन्द्र मिश्र, चंदन पांडेय, तुलसीराम सरोज, गुड्डू तिवारी, धीरज तिवारी, प्रशांत, सुनील, अंशु, नितिन दुबे, शुभम मिश्र, महेंद्र यादव के साथ कई नौजवान साथी उपस्थित रहे।

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