सार्थक समाज के निर्माण में सकारात्मक पत्रकारिता की जरूरत: मुनेश्वर मिश्र

पत्रकारिता की विश्वसनीयता कायम रखना एक गम्भीर चुनौती: डॉ उपाध्याय

प्रयागराज। सार्थक समाज के निर्माण में पत्रकारिता की सकारात्मक भूमिका होनी चाहिए, तभी हम सच्चे अर्थों में निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता कर पाएंगे। आज पत्रकारिता जिस संक्रमण काल के दौर से गुजर रही है उस पर आंच ना आए इसके लिए हम सबको संयुक्त प्रयास करना चाहिए।
उक्त विचार भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनेश्वर मिश्र ने सोमवार को सिविल लाइंस स्थित कार्यालय में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस हमें यह स्मरण दिलाता है कि हम प्रेस की आजादी को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अपनी निष्पक्ष भूमिका निभाएं।

महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. भगवान प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि आज पत्रकारिता की विश्वसनीयता बचाए रखना हम सब के सामने एक गम्भीर चुनौती है और इस चुनौती को हमें स्वीकार करना चाहिए। क्योंकि वर्तमान समय में पीत पत्रकारिता के कारण पत्रकारिता कहीं ना कहीं संकट काल में आती नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ सदैव इस बात का पक्षधर रहा है कि हमें सिर्फ और सिर्फ पत्रकार ही रहना चाहिए। कभी भी पक्षकार नहीं बनना चाहिए। जहां हम पत्रकारिता के मूल धर्म से विरत होते हैं, वही हम कहीं ना कहीं संदेह की दृष्टि से देखे जाते हैं। इससे बचने की नितांत आवश्यकता है। बैठक का संचालन कुलदीप कुमार ने किया। इस दौरान वरिष्ठ वरिष्ठ पत्रकारों सहित कई बुद्धिजीवी भी बैठक में उपस्थित रहे।

 

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