समाज और राष्ट्र के निर्माण में सर्वाधिक योगदान युवाओं का: डाॅ वर्मा

प्रयागराज। किसी भी देश के राष्ट्रीय निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शक्ति देश व समाज की रीढ़ होती है, युवा देश व समाज को शिखर पर ले जा सकता है। युवा ही देश के वर्तमान भूत एवं भविष्य के मध्य सेतु का काम कर सकता है। समाज को बेहतर बनाने और राष्ट्र के निर्माण में सर्वाधिक योगदान युवाओं का ही होता है।
यह बातें इलाहाबाद विश्वविद्यालय में महात्मा गांधी शहीद दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को ‘राष्ट्रीय निर्माण में युवाओं की भूमिका’ विषय पर संगोष्ठी में मुख्य अतिथि विश्वनाथगंज प्रतापगढ़ के विधायक एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र डॉ. आर.के वर्मा ने सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हर विधा के लोग अपने अपने क्षेत्र में उच्च स्तर का काम करके राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं।
संगीत विभाग के प्रो. पी.के मलिक के निर्देशन में गांधीजी के प्रिय भजनों की भी प्रस्तुति की गई। उन्होंने कहा कि युवा याद सकारात्मक चिंतन मनन के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने एवं पूर्ण लगन के साथ अपने कार्य को करता है, तो निश्चित रूप से वह अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है। आज का युवा परिवर्तन का सबसे बड़ा बाजार है। हमें इसे सकारात्मक दिशा में धार देनी होगी, जिससे राष्ट्र निर्माण में युवा अपनी भूमिका अदा कर सके। उन्होंने कहा कि युवाओं को नैतिक मूल्यों को आत्मसात करने, बड़े बुजुर्गों का आदर एवं सम्मान के भाव को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जाय।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. के.एस मिश्रा ने कहा कि किसी भी राष्ट्र निर्माण में युवा एक्रीड होता है। युवाओं को अपने अधिकारों की अपेक्षा कर्तव्यों पर अधिक जोर देना चाहिए। संगोष्ठी का संचालन राजेश सिंह ने किया। इस अवसर पर डॉ. अखिलेश पाल, डॉ.शैलेंद्र मिश्रा, डॉ.कार्तिकेय मिश्रा, डॉ. सुशील सिन्हा, प्रो.धनंजय यादव, प्रो.उमाकांत यादव प्रो.अजय सिंह, सुरेश यादव, सुरेंद्र चैधरी, मुकुंद लाल मौर्य, योगेश पटेल, नीतू साहू, एस.के सक्सेना, चंद्रबली पटेल, अजय पटेल इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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