संयुक्त राष्ट्र की चुप्पी के कारण गाजा अस्पताल पर हुआ बर्बरतापूर्ण हमला, जॉर्डन का बड़ा आरोप

जॉर्डन ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पर अपनी चुप्पी के माध्यम से गाजा के मुख्य अस्पताल पर इजरायल के हमले की बर्बरता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। विदेश मंत्री अयमान सफ़ादी ने इज़रायली सैनिकों की रात भर की कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए एक्स पर लिखा कि अल-शिफ़ा अस्पताल में हुई तबाही दिखाती है कि यूएनएससी की चुप्पी किस बर्बरता की इजाज़त दे रही है। हम इस क्रूरता पर चुप्पी की निंदा करते हैं। यह युद्ध अपराधों के लिए कवर प्रदान कर रहा है। यह अस्वीकार्य है, अनुचित है। परिषद को कार्रवाई करनी चाहिए।

संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि पांच नवंबर के बाद से करीब दो लाख और लोग उत्तरी गाजा से विस्थापित हुए हैं क्योंकि इजरायली सेना अस्पतालों के आसपास फलस्तीनी आतंकवादियों से लड़ रही है, जहां मरीज, नवजात शिशु और चिकित्सक बिना बिजली और जरूरी चीजों की किल्लत के बीच फंसे हुए हैं। मानवीय मामलों के समन्वय से संबंधित संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि उत्तर में केवल एक अस्पताल मरीजों को भर्ती करने में समर्थ है, अन्य सभी अस्पताल अब काम करने में सक्षम नहीं हैं और इनमें से ज्यादातर आश्रय गृह के रूप में संचालित हो रहे हैं जहां पर युद्ध के कारण विस्थापित लोग शरण ले रहे हैं।

इजराइल ने लगभग तीन सप्ताह तक भारी हवाई हमले किए और इसके बाद उत्तर में सेना और टैंक भेजे। युद्ध में जहां हजारों फलस्तीनी नागरिकों को जान गंवानी पड़ी है, वहीं इससे बड़े पैमाने पर तबाही भी हुई। इजराइल ने नागरिकों से उत्तर में गाजा शहर और आसपास के इलाकों को खाली करने का अनुरोध किया है, लेकिन सेना से घिरे क्षेत्र का दक्षिणी हिस्सा भी ज्यादा सुरक्षित नहीं है।

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