लालगोपालगंज/ प्रयागराज। श्रृंगवेरपुरधाम स्थित श्रीराम संध्या मठ आश्रम में नौ दिवसीय श्रीराम कथा का शुभारंभ श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति के तत्वावधान में किया गया । समिति के द्वारा आयोजित श्रीराम कथा के प्रथम दिन श्रृंगवेरपुर धाम समेत वाराणसी और कानपुर से आये कथा वाचकों ने श्रीराम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए रामकथा का रसपान कराया। कार्यक्रम की अगुवाई श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने की।
मंगलवार को श्रृंगवेरपुरधाम में आयोजित श्रीराम कथा के प्रथम दिन श्रृंगवेरपुरधाम पीठाधीश्वर महन्त राम प्रसाद दास शास्त्री जी महाराज ने बताया कि जीवन मे धैर्य के साथ प्रभु के चरणों मे लगे रहने से ही वास्तविक सुख की प्राप्ति होती है। प्रभु श्री राम पर जो विश्वास रखता है उसके सभी कार्य सिद्ध हो जाते है। श्रीरामचरितमानस के प्रतिदिन पाठ से घरो में सुख समृद्धि प्रवेश करती है। वही कानपुर से आई कथावाचक प्रज्ञा मिश्र में श्रीराम कथा का रसपान कराया। कथावाचक प्रज्ञा मिश्र ने प्रभु श्रीराम के त्रेता युग मे वनवास के दृश्यों पर प्रकाश डाला। बताया कि श्रृंगवेरपुरधाम से प्रभु राम का जन्म, राम को वनवास और घनिष्ठ सखा की प्राप्ति हुई। इसलिए श्रृंगवेरपुरधाम की भूमि सभी को कुछ न कुछ प्रदान करती है। हमे श्रृंगवेरपुर धाम में एक दिन अवश्य निवास करना चाहिए। वेदाचार्य , राघवाचार्य और दंडी स्वामी महाराज ने भी श्रीराम कथा का रसपान भक्तो को कराया। श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने कार्यक्रम का संचालन किया। बताया कि नौ दिवसीय श्रीराम कथा का उद्देश्य भक्तो को प्रभु श्रीराम के आदर्शों से अवगत कराना है। जिससे सभ्य समाज का निर्माण हो सके। कार्यक्रम का समापन पूजन आरती के साथ हुआ। भक्तो को प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम के वैभव मिश्र,हरिकिशन भट्ट, गोपाल , भीमराज, रामानन्द महाराज एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।