श्रीमद् भागवत कथा मृत्यूलोक से मुक्ति व श्री बैकुंठधाम का माध्यम है- श्री भगवान दास महराज

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश की सीमा सतपुरा मे आयोजित श्रीमद्भागवत कथा स्व.सीता देवी पत्नी राकेश बहादुर पांडेय के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर सुनाया जा रहा है। श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम संगीतमय कथा श्री कृष्ण सुदामा के मित्रता आदि के कथा के बाद समापन हो गया। कथाकार आचार्य श्री भगवान दास जी महाराज ने भागवत कथा के महत्व को बताते हुए कहा जिन प्रेत आत्माओं के निमित्त श्रीमद्भागवत कथा होती है। वह मृत्यूलोक से मुक्त होकर बैकुंठधाम को प्राप्त करते है। प्रत्येक मनुष्य को जीवन में परोपकारी होना चाहिए। जल,वायू,अग्नि,पृथ्वी, पेड़-पौधे आदि से सीख लेनी चाहिए। जैसे सूर्य स्यमं तपकर दूसरे को प्रकाशित करता है। हम-सभी को स्यमं कष्ट सहकर दूसरे के जीवन से दुःख कष्ट के अंधकार से मुक्ति दिलाकर मनुष्य को भी परोपकारी बनना चाहिए। श्री सुदामा,श्रीराधा कृष्ण की भव्य झाकीं का मुख्य यज्ञमान राकेश बहादुर पांडेय,लाल बहादुर पांडेय, के.के पांडेय,मिथिलेश पांडेय,हर्ष नारायण पाण्डेय, राजेश कुमार पाण्डेय आदि ने विधि-विधान से पाव धुलकर पूजन अर्चन किया। कथा मे धनंजय, सौरभ, शेषमणि, जनक लाल पांडे, रविनंदन पांडे, शंभू नाथ पांडे, अर्जुन, कर्ण, कृपा, पिंटू, हौसला,दिलीप कुमार चतुर्वेदी, प्रदीप कुमार मिश्र,तारा चंद्र पांडेय आदि ने कथा व्यास का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। साथ मे भारी संख्या में क्षेत्रिय जन उपस्थित रहे।
 नारीबारी श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन कथा व्यास बाल भार्गव जी महाराज ने मुख्य यजमान कलावती शुक्ला पत्नी स्वर्गीय संतोष कुमार शुक्ला सह-यजमान सत्यम शुक्ला, शिवम शुक्ला, सुंदरम शुक्ला को विधि विधान से कथा का रसपान कराया कथा में कुल गुरु पंडित प्रेम नारायण त्रिपाठी, आचार्य पंडित राम जी पांडे आदि द्धारा नित्य पूजन आरती कराया जा रहा है। अमृतमई कथा का रसपान करने भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती,जिला उपाध्यक्ष संतोष त्रिपाठी,जिला महामंत्री विजय शंकर शुक्ल,जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी,भाजपा नेता राकेश पांडेय,महेन्द्र कुमार शुक्ल आदि भारी संख्या मे कथा स्रोतागण उपस्थित रहे।

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