शुआट्स वैज्ञानिकों की सलाह, 3-7 जुलाई को वर्षा के आसार

नैनी, प्रयागराज। सैम हिग्गिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय (शुआट्स) में चल रहे ग्रामीण कृषि मौसम सेवान्तर्गत भारत सरकार से प्राप्त पूर्वानुमान के अनुसार वैज्ञानिकों ने 3-7 जुलाई को वर्षा के आसार जताते हुए कृषकों को सलाह दी है कि धान की कम अवधि की उन्नत किस्मों सी. ओ. 51, नरेन्द्र-80, मनहर, आई.आर.-50, नरेन्द्र-118, नरेन्द्र-97, पन्त धान-12, बारानी दीप, शुष्क सम्राट, नरेन्द्र लालमती, मालवीय धान-2, मालवीय धान-917, शियाट्स धान-5, शियाट्स धान 60, नरेन्द्र-1, नरेन्द्र 2 तथा मध्यम अवधि की किस्मों नरेन्द्र-359, पंत धान-10, मालवीय धान-1, एन.डी.आर.-9930111, सीता, सरजू-52, पंत धान-4, शियाट्स धान-1, शियाट्स धान-2, शियाट्स धान-4, आई.आर.-64 सब-1, नरेन्द्र धान-2065, नरेन्द्र धान-3112-1, मालवीय धान- 36 की नर्सरी डालें। संकर धान की किस्मों यथा पंत संकर धान-1, नरेन्द्र संकर धान-2, बायर-6201, सवा 127, पी.ए.सी. -835, पी.ए.सी.-837, पूसा आर.एच.-10, गंगा, सहयाद्री-4, डी. आर. आर. एच.-3, यू.एस.-312, आर.एच.-1531, 27 पी 31 तथा इन्द्रम की नर्सरी डालें। ऊसर क्षेत्रों हेतु धान की मध्यम अवधि की किस्मों सी.एस.आर.-10, सी.एस.आर.-43, सी.एस.आर.-13, नरेन्द्र ऊसर धान-2009, सी.एस. आर.-60 की नर्सरी डालें। मक्का की शीघ्र पकने वाली संकर किस्मों जे.ए.-3459, प्रकाश, पूसा संकर मक्का-5, विवके संकर मक्का-27, एम.एम.एच.-113, एक्स-1123 जी (3342) तथा संकुल किस्मों आजाद उत्तम, प्रगति, गौरव, कंचन, सूर्या तथा शियाट्स मक्का-2 की बुवाई जून के अंत तक समाप्त करें। कोदों की संस्तुत प्रजातियों जे.के.-6, जे.के.-62, जे.के.-2, ए.पी.के.-1, जी.पी.वी.के.-3 की बुआई उचित नमी की दशा में करें। सिंचित क्षेत्रों में पश्चिमी उ.प्र. हेतु अरहर की अगेती संस्तुत किस्म पारस (पी.ए.-291), मध्य उत्तर प्रदेश हेतु पूसा अरहर-16, सम्पूर्ण उ.प्र. हेतु संस्तुत किस्मों यू.पी.ए.एस.-120, टा- 21 तथा पूसा 992, पी.ए.-6 की बुवाई यथाशीघ्र समाप्त करें। अधिक उत्पादन हेतु मेड़ों पर ही बुवाई करें। गन्ना फसल हेतु अधिक हानिकारक चोटीबेधक कीट की तृतीय पीढ़ी से बचाव हेतु क्लोरेन्ट्रोनिलीप्रोल 18.7 एस.सी. की 375 मि.ली. मात्रा को 1000 लीटर पानी में घोलकर प्रति हे. की दर से गन्ने की लाईनों के पास डेचिंग करें। शरदकालीन बावग गन्ने में व्यांत की अवस्था पूर्ण हो चुकी है, अतः गन्ने को गिरने से बचाने एवं अवांछित कल्लों को निकलने से रोकने हेतु गन्ने की जड़ों पर मिट्टी अवश्य चढ़ा दें। वर्तमान में ब्रुसेला बीमारी का 30 जून तक एवं गलाघोंटू बीमारी का 15 जुलाई तक निःशुल्क टीकाकरण चल रहा है। यह सुविधा पशुचिकित्सालयों पर निःशुल्क उपलब्ध है। पशुओं को अंतः कृमिनाशक एवं बाह्य परजीवी नाशक दवाई पशुचिकित्सा की सलाह से आवश्यकता पड़ने पर उपयोग करें। कतला, रोहू, नैन प्रजातियों का उत्प्रेरित प्रजनन का समय आ गया है। कतला, रोहू, नैन मत्स्य प्रजातियों का उत्प्रेरित प्रजनन करायें। सिल्वर कार्प एवं ग्रास कार्प मत्स्य प्रजातियों का मत्स्य बीज वर्तमान में उ.प्र. मत्स्य विकास निगम व निजी क्षेत्र में उपलब्ध है अतः मत्स्य पालक जनपदीय कार्यालय से सम्पर्क कर मत्स्य बीज संचय करायें।

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