नैनी, प्रयागराज।
प्रसार निदेशालय, शुआट्स, प्रयागराज में उप कृषि निदेशक प्रसार, सोनभद्र द्वारा प्रायोजित “सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा) योजनान्तर्गत पांच दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम जनपद सोनभद्र के (द्वितीय समूह) चोपन, कोन तथा दुद्धी विकास खण्ड के कृषकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषकों को सम्बोधित करते हुए निदेशक प्रसार, शुआट्स डा० प्रवीन चरन ने कृषकों को वृक्षारोपण हेतु प्रेरित करते हुए कहा कि प्रकृति में संतुलन बनाये रखने हेतु जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने तथा अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाये रखने के लिए अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि आज ग्रीनहाउस गैसें वातावरण में काफी बढ़ रही है जिसके कारण जलवायु में असंतुलन हो रहा है, यदि वृक्षों की इसी प्रकार से कटाई होती रही तो आने वाले समय में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। कृषकों के आर्थिक दृष्टिकोण से उन्होंने सलाह दी कि कृषक अपने खेतों पर फलदार वृक्षों बेर, बेल, जमरूद आम, कटहल, नींबू इत्यादि की अच्छी प्रजातियों का पौध रोपण करें जिससे उनको अधिक आय प्राप्त हो तथा पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सके।
प्रशिक्षण समन्वयक्त डा० टी०डी० मिश्रा ने कृषकों को बताया कि अगेती फूलगोभी, शिमला मिर्च, टमाटर, बैंगन की नर्सरी डालने का सही समय है।
डा0 सर्वेंद्र, डा० मदन सेन सिंह, डा शिशिर कुमार ने भी कृषकों को तकनिकी जानकारी दी।