शुआट्स जैकब इंस्टीट्यूट फॉर बायोटेक्नोलॉजी एण्ड बायोइंजीनिरिंग में प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन

नैनी/ प्रयागराज। शुआट्स सेंटर टिश्यू कल्चर टेक्नोलॉजी, जैकब इंस्टीट्यूट फॉर बायोटेक्नोलॉजी एंड बायोइंजीनियरिंग, सैम हिगिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज, प्रयागराज में बुधवार को दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम “प्लांट टिश्यू कल्चर: ए टूल फॉर सेल्फ-सस्टेनेंस” का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) शैलेश मार्कर, निदेशक, अनुसंधान निदेशालय, शुआट्सने किया।
प्रो. (डॉ.) वीरू प्रकाश(संकायडीन, विज्ञान संकाय) और डॉ. सुचित ए.जॉन(एसोसिएट डीन, विज्ञान संकाय)सम्मानित अतिथिकेरूपमेंउपस्थितरहे।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना के साथ हुई जिसके बाद डॉ. प्रगति शुक्ला (पाठ्यक्रम निदेशकएवंहेडसी.टी.सी.टी.) ने अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. ईपेन पी. कोशी (पाठ्यक्रम समन्वयक) ने सेंटर फॉर टिश्यू कल्चर टेक्नोलॉजी का संक्षिप्त विवरण दिया।
उद्घाटन भाषण में प्रो. (डॉ.) शैलेश मार्कर ने प्रतिभागियों को अनुसंधान और विकास के लिए आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि किसानों को फसल उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिल सके। प्रो. (डॉ.) वीरू प्रकाश (फैकल्टी डीन, विज्ञान संकाय) ने प्रतिभागियों के करियर विकास में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व पर जोर दिया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. गुरुदयाल राम गुरु (पाठ्यक्रमसह समन्वयक) ने किया।
कार्यक्रम में आनुवंशिकी और पादप प्रजनन विभाग, बागवानी, पादप विकृति विज्ञान, कृषिविज्ञानऔरजैवप्रौद्योगिकीविभाग, शुआट्स,सेबड़ीसंख्यामेंप्रतिभागीसक्रिय रूप से भाग लिया, जो उसी क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा टिशू कल्चर पर प्रशिक्षण प्राप्तकरेंगे।डॉ. पी.के. शुक्ल, डॉ. विजय त्रिपाठी आदि भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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