शुआट्स को मिला सर्वश्रेष्ठ केवीके वैज्ञानिक पुरस्कार

प्रयागराज। शुआट्स का कृषि विज्ञान केंद्र पिछले 25 सालों से कृषक व ग्रामीण समाज की बेहतरी के लिए काम कर रहा है। ‘आत्मनिर्भर भारत के लिए बहुलवादी और अभिनव विस्तार दृष्टिकोणों के माध्यम से भारतीय कृषि का रूपांतरण’ विषय पर इंडियन सोसाइटी ऑफ एक्सटेंशन एजुकेशन सेमिनार का आयोजन बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी में किया गया था। शुआट्स केवीके के परिचालन क्षेत्र के कृषक समुदाय के उत्थान के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और भागीदारी अनुसंधान के तहत कृषि सलाहकार सेवाओं में उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए शुआट्स केवीके के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. एस.डी. मेकार्टी को सर्वश्रेष्ठ केवीके वैज्ञानिक पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर रविंदर जायसवाल, स्टाम्प और न्यायालय मंत्री, डॉ ए के सिंह, डीडीजी-कृषि प्रसार, आईसीएआर, डॉ यू.एस. गौतम, अध्यक्ष आईएसईई व कुलपति बांदा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी सहित कई प्रतिष्ठित हस्तियां उपस्थित थीं। संगोष्ठी के दौरान 28 राज्यों के 1500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें शुआट्स केवीके को सर्वश्रेष्ठ केवीके 2021 का अवार्ड प्राप्त हुआ।
शुआट्स केवीके ग्रामीण आबादी के जीवन को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। विशेष रूप से कोविड महामारी में पहले लॉकडाउन के बाद, देश में बड़े शहरों से प्रवासी मजदूरों का बड़े पैमाने पर पलायन ग्रामीण क्षेत्रों में उनके घरों में देखा गया। उनकी बचत समाप्त होने और काम की कमी के साथ, कृषि विज्ञान केंद्र, इलाहाबाद ने उन्हें वैकल्पिक रोजगार प्राप्त करने के साथ-साथ उन संसाधनों की उत्पादकता में सुधार करने के साधन प्रदान किए जो उनके लिए पहले से उपलब्ध थे। प्रतिबंधों के बावजूद किसानों और ग्रामीण लोगों तक पहुंचने के लिए संगठन ने ओवरड्राइव पर काम किया। विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम सहित राइट-अप, ऑडियो व्याख्यान, प्रदर्शन वीडियो, कृषि विज्ञान केंद्र, इलाहाबाद के कर्मचारियों ने लोगों तक पहुंच बनाई और इस कठिन समय में उनकी मदद की।
डॉ. एस.डी. मेकार्टी ने शुआट्स प्रशासन को धन्यवाद दिया, जो अपने प्रसार निदेशालय के माध्यम से केवीके के साथ मिलकर किसानों को हर संभव मदद उपलब्ध कराने पर काम कर रहा है। उन्होंने केवीके के कर्मचारियों के अथक प्रयासों की भी सराहना की।

Related posts

Leave a Comment