शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम “R.I.S.E.” का आयोजन एमएनएनआईटी इलाहाबाद में

प्रयागराज ।
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) इलाहाबाद में सोमवार  से “रीडिफ़ाइनिंग इनोवेटिव स्ट्रेटेजी इन एजुकेशन (R.I.S.E.): सक्षम भारत की ओर यात्रा” परियोजना के तहत पाँच दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम पीएम श्री योजना के तहत 9-13 दिसंबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें लखनऊ संभाग के जवाहर नवोदय विद्यालयों (जेएनवी) के टीजीटी गणित शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह पहल एमएनएनआईटी इलाहाबाद द्वारा आयोजित और नवोदय विद्यालय समिति, नवोदय राष्ट्रीय नेतृत्व संस्थान, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रायोजित है। इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षकों के पेशेवर कौशल और शिक्षण तकनीकों को बढ़ाने के लिए क्षमता-आधारित शिक्षण, समग्र विकास और सामाजिक-भावनात्मक शिक्षण, प्रौद्योगिकी का एकीकरण, और निरंतर व्यावसायिक विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना है। इन प्रशिक्षण उद्देश्यों पर काम करते हुए, यह पहल शिक्षकों को एनईपी 2020 की दृष्टि को लागू करने और शिक्षार्थियों के लिए अधिक रोचक, समग्र और सफल शिक्षा अनुभव बनाने के लिए सशक्त बनाएगी।
कार्यक्रम का उद्घाटन ईडीसी कॉन्फ्रेंस हॉल, एमएनएनआईटी इलाहाबाद में हुआ। कार्यक्रम समन्वयक प्रो. शिवेश शर्मा ने सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम के उद्देश्यों और रूपरेखा की चर्चा करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. आर.एस. वर्मा, निदेशक एमएनएनआईटी इलाहाबाद, के साथ प्रो. ए.के. सिंह, डीन ऑफ रिसर्च एंड कंसल्टेंसी, डॉ. मनीषा सचान, जैव प्रौद्योगिकी विभागाध्यक्ष, और डॉ. समीर श्रीवास्तव जैसे सम्मानित अतिथियों ने शिरकत की।
अपने उद्घाटन संबोधन में प्रो. आर. एस. वर्मा, निदेशक, एमएनएनआईटी इलाहाबाद ने शिक्षा क्षेत्र की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शिक्षकों की क्षमता विकास के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने प्रकृति और गणितीय शिक्षण के बीच परस्पर संबंध को रेखांकित किया और शिक्षकों को नवाचार और समावेशी दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया।
प्रो. ए. के. सिंह, डीन ऑफ रिसर्च एंड कंसल्टेंसी, एमएनएनआईटी इलाहाबाद ने विद्यालय के छात्रों में जिज्ञासा और विश्लेषणात्मक कौशल को बढ़ावा देने के लिए शोध-उन्मुख मानसिकता को पोषित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षण में प्रौद्योगिकी का समावेश शिक्षकों को प्रासंगिक और प्रभावशाली बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम के सह-समन्वयक डॉ. समीर श्रीवास्तव ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, आयोजन टीम के सदस्यों के प्रयासों की सराहना की।
R.I.S.E. परियोजना गणित शिक्षकों को सशक्त बनाने और जेएनवी के शैक्षिक परिदृश्य में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए तैयार है। यह परियोजना नवाचार, प्रौद्योगिकी-प्रेरित और समग्र शिक्षण अभ्यासों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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