शिक्षकों के साथ हो रहे भेदभाव गलत – राजेश

प्रांतीय अध्यक्ष डा सुखनंदन मिश्र, गिरिजेश मिश्र महामंत्री चुने गये
16 सूत्रीय मांगों पर विस्तार से हुई चर्चा, शासन को भेजा जाएगा
प्रयागराज। माध्यमिक संस्कृत शिक्षक कल्याण समिति एवं वॉयस ऑफ टीचर्स की ओर से प्रान्तीय कार्यकारिणी के गठन एवं संस्कृत शिक्षकों की समस्याओं को लेकर ‘मंथन एवं मांग’ सम्मेलन निम्बार्क आश्रम बैरहना में आज हुआ।
शिक्षक कल्याण समिति के निर्वाचन अधिकारी ओम प्रकाश त्रिपाठी की  अध्यक्षता में रिक्त पदों के सापेक्ष नामांकन पत्र भरवा कर चुनाव किया गया जिसमें डॉ. सुखनंदन मिश्र (महोबा) प्रान्तीय अध्यक्ष, गिरिजेश मिश्र (जौनपुर) को महामंत्री और  लोकेंद्र आर्य (काशगंज) को कोषाध्यक्ष निर्विरोध चुना गया।
विशिष्ट अतिथि वॉयस ऑफ टीचर्स (वोट) के संस्थापक अध्यक्ष आचार्य राजेश मिश्र धीर ने नव गठित कार्यकारिणी को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने शिक्षकों के साथ नियोजन के आधार पर हो रहे भेदभाव पर चिंता व्यक्त की एवं संस्कृत शिक्षकों की समस्याओं के संदर्भ में एक विस्तृत समस्या – समाधान एवं मांग-पत्र प्रस्तुत किया।
शिक्षकों को संबोधित करते हुए नव-नियुक्त अध्यक्ष डॉ. सुखनंदन मिश्र नें कहा कि ‘वह संस्कृत जगत की सभी समस्याओं से भली भांति परिचित हैं और उनके उन्मूलन हेतु तन-मन-धन से समर्पित रहूँगा’।
नव-नियुक्त महामंत्री गिरिजेश मिश्र ने सोलह सूत्रीय मांगों को रखा जिसका करतल ध्वनि से  शिक्षकों ने अनुमोदन किया।
निर्वाचन अधिकारी ओम प्रकाश त्रिपाठी ने समिति द्वारा पूर्व में किये गए संघर्ष पर प्रकाश डाला और गठित नई कार्यकारिणी को शुभकामनाएं दी।
सम्मेलन में समस्याओं एवं चुनौतियों को लेकर सदस्यों के सुझावों को समेकित कर एक मांग-पत्र तैयार किया गया जो सक्षम कार्यालय के माध्यम से शासन के विभिन्न पटलों पर रखा जाएगा। सम्मेलन को प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये  जनपद इकाई के पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के समापन की घोषणा के पूर्व प्रयागराज जनपद इकाई के अध्यक्ष पं. शिव ओमशरण मिश्र ने अतिथियों व शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया और संचालन ओम प्रकाश त्रिपाठी एवं आचार्य राजेश मिश्र धीर ने किया।

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