प्रयागराज।
पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाला इलाहाबाद विश्वविद्यालय इन दिनों चर्चा में है चर्चा में इस लिए नहीं है कि यहां पर पठन-पाठन का माहौल अच्छा है बल्कि इसलिए चर्चा में है क्योंकि विश्वविद्यालय में 4 गुना फीस की बढ़ोतरी कर दी है जिसकी वजह से हजारों छात्र आंदोलन कर रहे हैं जो पिछले 22 दिनों से विश्वविद्यालय परिसर में आमरण अनशन चल रहा है जिस के समर्थन में राजनीतिक पार्टियां व अन्य संगठन भी उतर चुकी हैं राजनीतिक पार्टियों के उतरने से विश्वविद्यालय परिसर का माहौल गर्म हो गया है, आज जहां विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों ने कुलपति के लापता होने के पोस्टर जगह-जगह चस्पा किए तथा लोगों से कुलपति को ढूंढने में मदद मांग रहे हैं छात्रों का कहना है कि फीस वृद्धि कर कुलपति विश्वविद्यालय से गायब हो गई है, विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर सहित अन्य लोगों ने छात्रों का समर्थन करते हुए कहां की विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बढ़ाई गई फीस वृद्धि के बारे में सोचना चाहिए तथा विश्वविद्यालय में पठन-पाठन की व्यवस्था सुचारु रूप से चलाने के लिए किताबें तथा अन्य चीजें निशुल्क करनी चाहिए, छात्रों द्वारा आंदोलन का आज 22वां दिन है इस दौरान कुछ छात्रों की तबीयत खराब होने की तस्वीरें भी सामने आए जहां पर हम को एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल ले जाया गया है