विनम्रसेन सिंह के कविता संग्रह ‘बादलों को आईना समझो’ का भव्य विमोचन

प्रयागराज । सोमवार को जिला पंचायत, प्रयागराज के सभागार में ‘पुस्तक विमोचन और कवि सम्मेलन’ का आयोजन दीप प्रज्वलन और आमंत्रित कवियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, एवं अंगवस्त्रम देकर किया गया । कार्यक्रम के प्रारंभ में हिन्दी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सहायक आचार्य, कवि और गीतकार डॉ. विनम्रसेन सिंह की सद्यः प्रकाशित गीतों और मुक्तकों की बहुप्रतीक्षित पुस्तक ‘बादलों को आईना समझो’  का आमंत्रित कवियों ने विमोचन किया । स्वागत वक्तव्य और पुस्तक का विस्तृत परिचय डॉ. सुजीत कुमार सिंह ने दिया । मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय ने पुस्तक पर अपनी विस्तृत टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘यह पुस्तक गीत और मुक्तकों की दुनिया में मील का पत्थर साबित होगी’ । डॉ. विनम्रसेन सिंह ने अपनी विमोचित पुस्तक की कुछ चुनिंदा मुक्तकों और गीतों ‘जाने कैसा प्यार हुआ, खूब याद आएंगे, प्रेम कहानी, प्राण भी प्रेम भी, प्रीत का गीत’ आदि का पाठ किया । प्रसिद्ध कथाकार कवि एवं गीतकार नीलोत्पल मृणाल ने अपनी प्रसिद्ध कविता ‘इलाहाबाद के लड़कों’, और ‘देखो सिकंदर हार गया’ आदि का पाठ किया । प्रसिद्ध कवि अमन अक्षर, कवयित्री मणिका दुबे, कृष्णा सिंह, अभय सिंह, रूपेश द्विवेदी और रितेश रजवाड़ा ने अपनी कई कविताओं और मुक्तकों का पाठ करके श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा । कार्यक्रम का शानदार संचालन रितेश रजवाड़ा ने किया । इस पूरे कार्यक्रम के दौरान इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. हर्ष कुमार, प्रो. अमरेन्द्र त्रिपाठी, प्रो. कुमार वीरेंद्र सिंह, प्रो. बृजेश कुमार पाण्डेय, डॉ. चितरंजन कुमार, डॉ. प्रदीप कुमार सिंह डॉ. शिवकुमार यादव, डॉ. विजय रविदास, डॉ. प्रेमशंकर सिंह, डॉ. हौसिला सिंह, संत प्रकाश जी, करुणेश जी, शोधछात्र बाल करन सिंह, चन्द्रशेखर कुशवाहा, सर्वेश सिंह, संक्षेप बर्नवाल अनुभव दुबे और नया परिमल परिवार के सदस्य छात्र-छात्राओं की सादर उपस्थिति रही ।

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