विद्या भारती विद्यालयों में मनाया गया महान गणितज्ञ रामानुजम की जयंती

रामानुजम ने गणित के 3884 प्रमेयों का संकलन किया: बांके बिहारी पाण्डेय
गणित पर विभिन्न अविष्कार एवं सिद्धान्तों को आत्मसात् करें: युगल किशोर
प्रयागराज। विद्या भारती से सम्बद्ध विद्यालयों में मंगलवार को श्रीनिवास अयंगर रामानुजम की जयंती को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया गया।
रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज, राजापुर, प्रयागराज के मीडिया प्रभारी एवं संगीताचार्य मनोज गुप्ता के अनुसार विद्यालय के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडेय ने छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रीनिवास रामानुजम एक महान गणितज्ञ थे। इन्हें आधुनिक काल के महानतम गणित विचारकों में गिना जाता है। उन्हें गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में महान योगदान दिया। अपनी प्रतिभा और लगन से न केवल गणित के क्षेत्र में अद्भुत अविष्कार किया वरन भारत को अतुलनीय गौरव भी प्रदान किया। यह बचपन से ही विलक्षण प्रतिभावान थे, खुद से गणित सीखा और अपने जीवन भर में गणित के 3884 प्रमेयों का संकलन किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य सत्य प्रकाश पांडे प्रथम ने किया। इस अवसर पर रमेश चंद्र मिश्रा, जटाशंकर तिवारी, शिव नारायण सिंह, कामाख्या प्रसाद दुबे, आनंद कुमार, अशोक कुमार मौर्य, दिनेश कुमार शुक्ला, अवधेश कुमार, वकील प्रसाद, वाचस्पति चैबे, सुनील कुमार, विनय कुमार यादव, प्रवीण कुमार तिवारी सहित विद्यालय के समस्त अध्यापक-अध्यापिकाए उपस्थित रहे।

इसी प्रकार प्रो.राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) शिक्षा प्रसार समिति द्वारा संचालित ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर काॅलेज मंे विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं गणित प्रमुख ने दीपार्चन एवं पुष्पार्चन कर शुभारम्भ किया। विद्यालय के गणित आचार्य विनोद मिश्र ने रामानुजम के जीवन कृत्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि रामानुजम को गणित में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी उन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। गणित के क्षेत्र में उन्होने कई महत्वपूर्ण प्रयोग किये जो आज भी उपयोग किये जाते हैं। वैदिक गणित के सह-क्षेत्रीय प्रमुख शिवशंकर ने कहा कि विद्या भारती द्वारा प्रतिवर्ष ज्ञान विज्ञान मेेले में वैदिक गणित के रुप में प्रश्नमंच एवं गणित प्रदर्श का आयोजन संकुल, प्रान्त, क्षेत्र एवं राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है। जिसमें भैया बहिनें प्रतिभाग कर अपनी मेधा का प्रदर्शन करते हैं।

विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि विद्या भारती से सम्बद्ध विभिन्न विद्यालयों में प्रतिवर्ष 22 दिसम्बर को गणित दिवस मनाया जाता है। आज हमें रामानुजम की जयन्ती के अवसर पर उनके द्वारा गणित विषय पर किये गये विभिन्न नित्य नूतन अविष्कार एवं सिद्धान्तों को आत्मसात् करना चाहिये तथा उसे गणित विषय में प्रयोग करना चाहिये। कार्यक्रम में कमलेश चैरसिया, अखिलेश मिश्र, चन्द्रशेखर सिंह, विनोद मिश्र, शिवशंकर सिंह, श्रीप्रकाश यादव, रत्नेश चतुर्वेदी सहित विद्यालय के समस्त आचार्य बन्धु उपस्थित रहे।

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