विद्या भारती का लक्ष्य हर वर्ग को शिक्षित करना: रेखा चूड़ासमा

–चारों प्रांत की आचार्या विशेष प्रकार का शिक्षण व प्रबोधन प्राप्त करेंगी

प्रयागराज। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान समाज के हर वर्ग को शिक्षित करने का लक्ष्य लेकर शिक्षण कार्य के क्षेत्र में उतरा है। इस निमित्त माधव ज्ञान केंद्र इंटरमीडिएट कॉलेज नैनी प्रयागराज में 16 से 22 मई तक एक आचार्या दीदियों का एक अभ्यास वर्ग लगा है।

फोटो-06 अभ्यास वर्ग
यह बातें विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित क्षेत्रीय बालिका शिक्षा अभ्यास वर्ग के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि रेखा चूड़ासमा, अखिल भारतीय बालिका शिक्षा संयोजिका केंद्र जबलपुर ने कही। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्रीय अभ्यास वर्ग है, संघ की दृष्टि से इस क्षेत्र में चार प्रांत आते हैं। काशी, गोरक्ष, अवध व कानपुर। इन चारों प्रांतों से लगभग 250 बालिका शिक्षा प्रमुख आचार्या दीदी आ रही हैं, जो यहां एक विशेष प्रकार का शिक्षण व प्रबोधन प्राप्त करेंगी। जिससे उस प्रबोधन का लाभ उनके विद्यालय, जिले व राष्ट्र को प्राप्त होगा।

विशिष्ट अतिथि विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेम चंद्र ने कहा कि बालिका शिक्षा की संकल्पना विद्या भारती की दृष्टि से शासन के द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम को पढ़कर बालिकाएं शिक्षित हो रही हैं, योग्य हो रही हैं, कार्य करने के लिए हर क्षेत्र में उतर रही हैं। लेकिन इसके साथ-साथ एक विसंगति देखने में आ रही है जो बहुत कम प्रतिशत है कि परिवार की व्यवस्था और हमारे भारत देश की कुटुम्ब व्यवस्था विश्व स्तर पर प्रशंसनीय है, वंदनीय है। क्योंकि यही से समाज बनता है, आगे बढ़ता है, नागरिकों का निर्माण होता है। निर्माण की कार्यशाला में कहीं कोई दोष ना आ जाए इसलिए विद्या भारती की दृष्टि इस दिशा में गई। हमारे पूर्वज और हमारे पूर्व में जो सशक्त महिलाएं, मनीषी महिलाएं, जिन महिलाओं ने अपने देश का नेतृत्व किया, मातृत्व कृतित्व क्षेत्र में उतरकर और जिस प्रकार अपने परिवार समाज व राष्ट्र की व्यवस्था की। जो एक मानसिकता थी वह दूषित ना होने पाए इसके पूर्व ही इस विषय को संज्ञान में लेकर यह व्यक्तित्व विकास वर्ग लगाया जा रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि हमारी बालिका परिवार का नेतृत्व कर हर क्षेत्र में आगे रहे। हमारे कुटुम्ब की व्यवस्था हमारे रिश्तों की संवेदनशीलता, आदर सम्मान का भाव घर के कामकाज और भारत की पुरानी रीति-रिवाजों, पद्धतियों इन सभी का समन्वय शिक्षा के साथ बना रहे। इसलिए बालिका शिक्षा हमारे लिए आवश्यक है। विद्या भारती ने इसे आवश्यक समझा और इसे आगे बढ़ाने के लिए एक विशेष प्रकार का प्रकल्प इसे आगे बढ़ा रही है। इसके लिए यह क्षेत्रीय बालिका शिक्षा अभ्यास वर्ग चल रहा है।

कार्यक्रम में क्षेत्रीय बालिका शिक्षा प्रमुख अर्चना अवस्थी, क्षेत्रीय बालिका शिक्षा प्रभारी उमाशंकर मिश्र, काशी प्रांत के संगठन मंत्री राम मनोहर, प्रदेश निरीक्षक रामजी सिंह, गोपाल संभाग निरीक्षक सुल्तानपुर, जगदीश कुमार सिंह क्षेत्रीय शारीरिक प्रमुख दयाराम संभाग निरीक्षक, प्रधानाचार्य डॉ विंध्यवासिनी प्रसाद त्रिपाठी, विक्रम सिंह परिहार, बांके बिहारी पांडेय, युगल किशोर मिश्र, सुमंत एवं विद्यालय के सभी शिक्षक उपस्थित रहे।

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