विद्यार्थी जीवन मनुष्य का सबसे महत्वपूर्ण क्षण: ब्रह्मप्रिया नम्रता

प्रयागराज। विद्यार्थी जीवन मनुष्य जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण है, इसलिये छात्र के जीवन में हर पल सीखने की प्रवृति होनी चाहिये और साथ ही अपने माता-पिता के प्रति सम्मान होना चाहिये। हमारा सबसे पहला कर्तव्य अपने प्रति, फिर अपने माता-पिता के प्रति, फिर अपने प्रियजनों के प्रति तथा फिर राष्ट्र के प्रति होना चाहिये।
उक्त बातें ध्यान योग जन जागृति सेवा संस्थान की ओर से ब्रह्मप्रिया नम्रता कमलिनी ने मंगलवार को प्रो.राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) शिक्षा प्रसार समिति द्वारा संचालित ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर काॅलेज सिविल लाइन्स में ध्यान योग जन जागृति सेवा संस्थान व ह्यूमन वेलफेयर एजूकेशन फांउडेशन द्वारा आयोजित एक मोटीवेशनल कार्यक्रम में छात्रों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने बच्चों को जीवन से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातें भी बतायी।
छात्रों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सफलता उन्ही विद्यार्थियों को मिलती है जिनके जीवन का एक लक्ष्य होता है तथा वे अपने लक्ष्य के लिये ईमानदार होते हैं और उस लक्ष्य को पाने का प्रयास निरंतर करते रहते हैं। इसलिये सभी छात्रों को अपने जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिये। यदि जीवन में सम्पूर्णता चाहिये तो ंवह शुद्ध आचरण से ही संभव है। विद्यालय के प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमोें से छात्रों को अपने जीवन की सही दिशा का निर्धारण करने में काफी सहायता मिलती है और साथ ही अपने जीवन को ठीक प्रकार से जीने की प्रेरणा भी मिलती है।

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