हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत करने वाले मुख्य आरोपी को लेकर नया खुलासा हुआ है। पता चलता है कि मुख्य आरोपी बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के दो साल से वाहन चल रहा था। पुलिस ने 25 नवंंबर को ही उसे पकड़ा था, लेकिन किसी तरह की कार्रवाई करे बगैर छोड़ दिया था। इसके 48 घंटे बाद ही उसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर उस दुष्कर्म और हत्याकांड को अंजाम दिया, जिसकी चर्चा आज हर घर में हो रही है। कहा जा रहा है कि यदि पुलिस उस दिन कार्रवाई करती, तो संभव था कि आरोपी के मन में कानून का डर बैठता और वह इस जघन्य कांड को अंजाम नहीं देता।
हैदराबाद में महबूब नगर की ट्रैफिक पुलिस ने 25 नवंबर को आरोपी का मिनी ट्र्क पकड़ा था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इस बात की जांच की जा रही है कि आरोपी बगैर किसी कार्रवाई के कैसे बच निकला।
जानकारी के मुताबिक, 24 नवंबर को मुख्य आरोपी ने अपने ट्र्क क्लीनर के साथ कर्नाटक से ईंटे अपनी गाड़ी में भरी और हैदराबाद के लिए रवाना हुआ। बीच में दोनों तेलंगाना के गुडीगंडला गांव में रुके जहां उसने दो अन्य साथियों को बुलाया। उन्हें गाडी में स्टील का कुछ और सामान लोड किया और आगे बढ़े। हैदराबाद बॉर्डर पर पुलिस ने वाहन को रोका और लाइसेंस का पूछा, तो मुख्य आरोपी ने चालाकी से वाहन आगे बढ़ा लिया और सभी बच निकले। इसी वाहन में मौजूद चारों आरोपियों में महिला डॉक्टर से साथ वारदात को अंजाम दिया।