उत्तर मध्य रेलवे ने अप्रैल-नवंबर 2021 मे प्रारंभिक माल लदान से अर्जित किए रु. 1226.22 करोड़
कोविड के बावजूद, पिछले तीन वर्षों में प्रारंभिक लदान में दर्ज की सतत वृद्धि
प्रयागराज। प्रारंभिक लदान में वृद्धि की गति को बनाए रखते हुए, नवंबर माह के अंत तक, उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अपने प्रारंभिक माल लदान में 18.40% की वृद्धि दर्ज की। राजस्व अर्जन की दृष्टि से इसी अवधि में 14.09% की वृद्धि दर्ज की गई है।
उत्तर मध्य रेलवे ने इस साल अप्रैल से नवंबर की अवधि के दौरान कुल 12.03 मिलियन टन लदान किया, जबकि पिछले वर्ष समान अवधि के दौरान 10.16 मिलियन टन का लदान किया गया था। इस अवधि के दौरान इस आउटवर्ड लोडिंग से रु. 1226.22 करोड़ राजस्व अर्जित किया गया।
नवंबर 2021 में 1.54 मिलियन टन माल लदान किया गया। इससे नवंबर 2021 में ही उत्तर मध्य रेलवे द्वारा लगभग रु 161.46 करोड़ का कुल राजस्व अर्जित किया गया है।
उत्तर मध्य रेलवे के इस प्रदर्शन के संबंध में यह उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2019-20 में उत्तर मध्य रेलवे ने अप्रैल-नवंबर के दौरान 10.09 मिलियन टन लदान किया था। इससे यह स्पष्ट होता है कि कोविड के बावजूद, उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले तीन वर्षों में लदान में सुधार की बनाए रखी है और 2020-21 में हुई बढ़त को और 2021-22 में और बेहतर किया है।
इस संबंध मेंअवगत कराते हुए उत्तर मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक बिप्लव कुमार ने बताया कि जिन प्रमुख मदों में लोडिंग बेहतर हुई है, उनमें सीमेंट, खाद्यान्न और पेट्रोलियम आदि शामिल थे। कंटेनर लोडिंग में भी 16% की वृद्धि दर्ज की गई। ज्ञात हो कि, पिछले साल के 1.56 मिलियन टन कंटेनर ट्रैफिक की तुलना में इस साल अप्रैल से नवंबर के मध्य 1.81 दौरान मिलियन टन कंटेनर कार्गो लोड किया गया है।
नवंबर 2021 में झांसी डिवीजन की फ्रेट मार्केटिंग टीम ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए उत्तर मध्य रेलवे की माल लदान में दतिया और डबरा से धान की लोडिंग को फिर से शुरू की, जो 2014 से बंद थी ।
इस उपलब्धि पर बोलते हुए महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने बीडीयू सहित सभी अधिकारियों और उनकी टीम के सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने आगे कहा, ” हम अब वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में हैं, और हमारे सभी प्रयास माल लदान ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में केंद्रित होने चाहिए ताकि लदान में हम रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पार कर सकें”। श्री कुमार ने आह्वान किया कि, “सभी अधिकारी अपनी सर्वोत्तम क्षमता से काम करें ।”