प्रयागराज। वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. योगेन्द्र प्रताप सिंह का सोमवार को आकस्मिक निधन होने के कारण हिन्दुस्तानी एकेडमी प्रयागराज में शोक सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। वह लम्बे समय से अस्वस्थ चल रहे थे।
हिन्दुस्तानी एकेडमी के अध्यक्ष डाॅ. उदय प्रताप सिंह ने दूरभाष से अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि प्रो. योगेन्द्र प्रताप सिंह का यूॅं अचानक चला जाना उनको रिक्त कर गया है। उन्होंने एकेडमी में हमेशा एक संरक्षक की भूमिका निभायी। एकेडमी के सचिव अजय कुमार सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रो. योगेन्द्र प्रताप सिंह के एकेडमी से लगाव के लिए एकेडमी उऋण नहीं हो सकती। कोषाध्यक्ष पायल सिंह ने कहा कि वह कुशल अध्यापक और साहित्य के सच्चे साधक थे। उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। पूर्व कोषाध्यक्ष रवि नन्दन सिंह ने उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा वह साहित्य के मौन साधक थे, काव्य शास्त्र एवं रामकथा साहित्य पर उनका गहरा चिन्तन था। रामकथा साहित्य पर विश्व शब्दकोष में उन्होंने गम्भीर योगदान दिया। इस अवसर पर एकेडमी परिवार ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। दूरभाष द्वारा डाॅ. सभापति मिश्र, डाॅ. उदय शंकर दुबे ने शोक संवेदना व्यक्त की।