प्रयागराज। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं संघटक महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुक्रवार को स्थगित कर दी गई। अब लाकडाउन खत्म होने के बाद ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इविवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष और समाजवादी छात्रसभा के अजय यादव सम्राट समेत तमाम छात्र नेताओं के विरोध के चलते इविवि प्रवेश समिति ने यह फैसला लिया है। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में प्रवेश के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने के साथ विरोध भी शुरू हो गया था। छात्र नेताओं ने प्रवेश परीक्षा स्थगित करने की मांग की थी। उनका कहना था कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पूरे देेश में लाकडाउन है। ऐसे में प्रवेश प्रक्रिया के लिए आवेदन मांगने का यह उचित समय नहीं है।
इविवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के निर्देश पर पूरे देश व प्रदेश में लाकडाउन लागू है। इसके चलते अधिकांश छात्र-छात्राएं अपने गांव-घर चले गए हैं। इसके अलावा साइबर कैफे भी बंद पड़े हैं। घर से बाहर निकलने पर पाबंदी है। ऐसे में इस वक्त इविवि प्रशासन की ओर से प्रवेश के लिए आवेदन मांगा जाना कतई वाजिब नहीं है। अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से शिकायत कर आवेदन की प्रक्रिया फौरन स्थगित कराने की मांग करने की बात कही थी। समाजवादी छात्रसभा के अजय सम्राट का कहना था कि इविवि का यह फैसला निंदनीय है। इस संदर्भ में प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक ने कहा था कि छात्र-छात्राओं को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। प्रक्रिया शुरू की गई है तो तिथि आगे बढ़ाया जाएगा। कोई समस्या नहीं होने पाएगी।
गौरतलब है कि इविवि में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में प्रवेश के लिए एक दिन में ही 2963 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। हालांकि, इनमें से महज 383 ने ही आवेदन प्रकिया पूरी की। पहले ही दिन इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज के स्नातक व परास्नातक पाठ्यक्रम में कुल 486 ने रजिस्ट्रेशन कराया। इनमें से 13 ने आवेदन की प्रक्रिया पूरी की। बीएएलएलबी और एलएलबी में कुल 597 ने आवेदन किया, इनमें 105 ने प्रक्रिया पूरी की। यूजीएटी में 1078 ने रजिस्ट्रेशन कराया लेकिन प्रक्रिया 186 ने पूरी की। इसी तरह पीजीएटी-1 और 2 में सर्वाधिक 802 ने प्रवेश पाने के लिए आवेदन किया। हालांकि, प्रक्रिया पूरी करने वाले आवेदकों की संख्या 79 में ही सिमटकर रह गई। विश्वविद्यालय के पीआरओ डाॅ. शैलेंद्र मिश्र ने कहा था कि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पूरे देश में लाकडाउन कर दिया गया है। ऐसे में आवेदन करने में छात्र-छात्राओं को समस्याएं भी हो रही हैं। हालांकि, उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। यह तिथि आगे बढ़ाई भी जाएगी।