प्रयागराज। प्रयागराज की पावन धरती पर माघ मेला में संगम की रेती पर अखण्ड कल्पवास का पवित्र माघ मास पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के साथ प्रारम्भ हो गया। कल्पवासियों/श्रद्धालुओं का संगम त्रिवेणी में स्नान का सिलसिला भोर से ही प्रारम्भ हो गया जो शाम तक अनवरत जारी रहा। लाखों श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी की पवित्र धारा में आस्था व श्रद्धा की डुबकी लगाई। इस दौरान कल्पवासियों/श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन व संगम स्नान के लिए समुचित पुलिस प्रबन्ध किये गये। इस हेतु संपूर्ण मेला क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस बल की विभिन्न शाखाओं से पुलिस बल का व्यवस्थापन किया गया। संगम में सुरक्षित स्नान सम्पन्न कराने हेतु फ्लड कम्पनी के जवानों के साथ मोटर बोट तथा प्रशिक्षित गोताखोरों की नियुक्ति कर सुरक्षा के कड़े प्रबन्ध किये गये। स्टीमर के माध्यम से संगम क्षेत्र का निरीक्षण किया गया एवं सुरक्षा की दृष्टिगत घाटो/जल में लगे हुए जल पुलिस एंव एस0डी0आर0एफ0/फ्लड कम्पनी के जवानो द्वारा सतर्कता बरती गयी। संपूर्ण माघ मेला क्षेत्र में ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी गई। मेले में आने वाले कल्पवासियों/श्रद्धालुओं को आवागमन में कोई असुविधा ना हो, इस हेतु मेला क्षेत्र में ही पांच स्थानों पर पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई, तथा यह प्रयास किया गया कि संगम स्नान हेतु आने वालों को स्नान घाट तक न्यूनतम पैदल चलना पड़े। इस अवसर पुलिस अधीक्षक माघ मेला डॉ राजीव नारायण मिश्र IPS लगातार मेला क्षेत्र में रहकर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराते रहे । मेले में आये हुए समस्त श्रध्दालुओ से ‘पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम’ के माध्यम से लगातार अनुरोध किया गया कि वह कोविड-19 का संक्रमण रोकने व बचाव हेतु ‘कोविड प्रोटोकॉल’ का पालन अवश्य करें। इस दौरान मास्क/मुखारण न धारण करने वाले व्यक्तियों की चेकिंग की गई तथा 107 लोगों का चालान उ0प्र0 कोविड-19 (द्वतीय संशोधन) नियमावली की धारा 15(3) के तहत किया गया तथा मौके पर ही शमन शुल्क वसूल किया गया। मेला प्रभारी डॉ राजीव नारायण मिश्र द्वारा माघ मेला क्षेत्र में लगे समस्त पुलिसकर्मियों को भ्रमण के दौरान ड्युटी की कुशलता लेते हुए उनका उत्साहवर्धन किया गया। मेले की कडी सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ सेवा का भाव भी पुलिस कर्मियों के व्यवहार से प्रदर्शित हुआ। उच्चाधिकारीगणों द्वारा मेले में आये हुए कल्पवासियों व श्रध्दालुओ से उनका कुशल छेम पूछा गया। स्नानार्थियो में धर्म आस्था के प्रति काफी उत्साह देखने को पाया गया ।पुलिस बल के अथक प्रयासों के फलस्वरूप पौष पूर्णिमा का पर्व एवं स्नान सकुशल व निर्विघ्न संपन्न हुआ।
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