देश की सबसे बड़ी परिवहन प्रणाली भारतीय रेल, कोविड-19 के सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिए प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए संपूर्ण देश में आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए माल गाड़ियों के संचालन के लिए श्रृंखलाबद्ध रूप से सक्रिय प्रयास कर रही है। राष्ट्र के उत्तर से पूर्व, पश्चिम और दक्षिण को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण जोनल रेलवे उत्तर मध्य रेलवे द्वारा इन वृहत प्रयासों में उल्लेखनीय योगदान किया जा रहा है और इस महामारी के खिलाफ राष्ट्रीय लड़ाई में निम्न महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:
1. इस राष्ट्रीय संकट के दौरान अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के अलावा, भारतीय रेल कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में सामाजिक और आर्थिक रूप से भी योगदान दे रहा है। दिनांक 27.03.20 रेलवे बोर्ड ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में प्रत्येक रेलवे कर्मचारी द्वारा एक दिन के वेतन के स्वैच्छिक योगदान के लिए सभी ज़ोन और अन्य इकाइयों को सलाह दी थी। इस के उत्तर में, उत्तर मध्य रेलवे प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में लगभग रुपये 7.3 करोड़ का योगदान देगा।
2. प्रयागराज, कानपुर, टूंडला, झांसी और आगरा के केंद्रीय अस्पताल आइसोलेशन वार्ड सुविधा वाले अस्पतालों की सूची में शामिल हैं। संक्रमित व्यक्ति की देखभाल और उनके उपचार आदि के लिए सभी तीन मंडलों में मॉक ड्रिल के माध्यम से पूर्ण अभ्यास किया गया।
3. आवश्यक वस्तुओं का परिवहन कर रही मालगाड़ी सेवाओं को चलाने के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं और उत्तर मध्य रेलवे दैनिक आधार पर औसत 250 माल गाड़ियों को चला रहा है।
4. खाद्यान्नों की आपूर्ति बढ़ाने के सरकार के निर्णय के दृष्टिगत उत्तर मध्य रेलवे अपनी पड़ोसी ज़ोनल रेलवे उत्तर रेलवे, उत्तर पश्चिम रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे के साथ मिल कर कवर्ड वैगन वाले रेक की लोडिंग, अनलोडिंग और रनिंग गति को तेज़ करने के लिए विशेष प्रयास कर रहा है ताकि एफसीआई और अन्य लोडरों को अधिक से अधिक खाद्यान आपूर्ति के लिए रेक उपलब्ध रहें।
5. कोविड –19 संक्रमण के प्रभाव को कम करने के अपने प्रयासों के तहत, 21-दिन अखिल भारतीय लॉकडाउन के दौरान भारतीय रेलवे ने रेलवे ग्राहकों और अन्य को पूछताछ के जवाब देने, सहायता प्रदान करने और अन्य प्रासंगिक जानकारी प्रसारित करने के लिए दो 24 घंटे के हेल्प लाइन – 138 और 139 को क्रियाशील किया है। इसके अतिरिक्त सुझाव भी स्वीकार किए जाएंगे। रेलवे पूछताछ –139 वर्तमान की तरह ही केंद्रीकृत रूप में काम करता रहेगा जबकि 138 एक हेल्पलाइन है जो कॉल करने वाले को सीधे स्थानीय रेलवे डिवीजन से कनेक्ट करेगा ताकि उसे स्थानीय और क्षेत्रीय जानकारी अद्यतन रूप में प्रदान की जा सके। शिकायतों, सुझावों या प्रश्नों को railmadad@rb.railnet.gov.in पर भी मेल किया जा सकता है।
6. कोचिंग डिपो दिल्ली द्वारा पहले प्रोटोटाइप आइसोलेशन कोच को तैयार किया गया है। इसे अब विशेषज्ञों द्वारा जांच कर आगे के लिए निर्णय किया जाएगा ताकि भविष्य में आवश्यकता होने पर इनका प्रयोग किया जा सके। प्रोटोटाइप के विवरण संलग्न हैं।
उत्तर मध्य रेलवे COVID-19 के खिलाफ इस लड़ाई में सभी घटनाक्रमों की निगरानी कर रहा है और इस स्थिति में देश के प्रत्येक हिस्से में आवश्यक वस्तुओं के सुचारू और निर्बाध प्रवाह को बनाए रखने के लिए सभी संभव कदम उठा रहा है।