रेलमंत्री श्री पीयूष गोयल ने अध्यक्ष और सीईओ रेलवे बोर्ड, श्री सुनीत शर्मा, और रेलवे बोर्ड के अन्य सदस्यों के साथ संरक्षा, समयपालनता, माल लदान, राजस्व अर्जन, व्यय नियंत्रण, प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं, मानव संसाधन प्रबंधन और दक्षता बढ़ाने आदि विषयों के संदर्भ में भारतीय रेल की समस्त जोनल रेलवे और उत्पादन इकाइयों के प्रदर्शन की समीक्षा की। महाप्रबंधक उत्तर मध्य और पूर्वोत्तर रेलवे श्री विनय कुमार त्रिपाठी, अपर महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री रंजन यादव, उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्ष और प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडल के मंडल रेल प्रबंधकों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस समीक्षा बैठक में भाग लिया। बैठक के प्रारंभ में, अध्यक्ष और सीईओ श्री सुनीत शर्मा ने कहा कि संरक्षा हमारी पहली और महत्वपूर्ण प्राथमिकता है और हमें ट्रेन परिचालन में संरक्षा पर ध्यान केंद्रित करना होगा। उन्होंने ठंड के मौसम में निर्धारित सावधानियों के उचित कार्यान्वयन के बारे में विशेष रूप से चर्चा की और सभी उचित देखभाल सुनिश्चित किये जाने पर बल दिया । उन्होंने मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग को खत्म करने के बारे में भी चर्चा की और कहा कि यदि आरओबी / आरयूबी का निर्माण किया गया है, तो लेवल क्रॉसिंग को शीघ्र बंद कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने दिसंबर –2020 में बेहतर माल लदान प्रदर्शन के लिए सभी जोनल रेलवे को बधाई दी और चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में इस गति को बनाए रखने के लिए ज़ोन और डिवीजनों को प्रेरित किया। उन्होंने स्थायी गति प्रतिबंध (PSR) को हटाने और PSR को रिलैक्स करने पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने साइडिंग और यार्ड के विद्युतीकरण पर भी जोर दिया ताकि शंटिंग मूवमेंट को अधिक बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने स्वर्णिम चतुर्भुज और स्वर्ण डायगनल मार्गों पर गति बढ़ाने के कार्यों के कार्यान्वयन पर चर्चा की और कहा कि इन कार्यों को गति दी जानी चाहिए। उन्होंने तक अन्य मार्गों की गति को 130 KMPH तक बढ़ाने के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने ट्रेन संचालन में समय पालनता के बारे में भी चर्चा की और निर्देशित किया कि सीओए के साथ डेटालॉगर को एकीकृत करके डेटा को कैप्चर किया जाना चाहिए। मानव संसाधन के बारे में चर्चा करते हुए, श्री शर्मा ने कहा कि यह सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति है और कर्मचारियों का मोटिवेशन हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होना चाहिए। स्टाफ मामलों से संबंधित सभी फाइलों को इस संवेदनशीलता के साथ निपटाया जाना चाहिए जैसे कि वह हमारी अपनी फाइल है और इस अवसर पर उन्होंने एचआरएमएस के विभिन्न मॉड्यूल के कार्यान्वयन में रेलवे के प्रयासों की भी सराहना की।
बैठक को संबोधित करते हुए माननीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने लोहड़ी / मकर संक्रांति / ओणम / पोंगल के आगामी त्योहारों के लिए सभी को शुभकामनाएं दीं। श्री गोयल ने पिछली तिमाही के लोडिंग प्रदर्शन की प्रशंसा की और वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही में भी प्रदर्शन जारी रखने को कहा। उन्होंने कहा कि हम एक जीवंत संगठन हैं और हमारे कार्यों से राष्ट्र को सकारात्मक संदेश मिलना चाहिए। उन्होंने पिछले साल लोडिंग प्रदर्शन को 6.5% से अधिक करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे सहित 6 ज़ोनल रेलों की विशेष रूप से सराहना की। उन्होंने उन 37 डिवीजनों को भी बधाई दी, जिन्होंने पिछले वर्ष की लोडिंग को पार कर लिया है। उन्होंने न केवल राजस्व बढ़ाने बल्कि परिचालन खर्चों को नियंत्रित करने पर जोर दिया।
ज्ञात हो कि, माल लदान के मोर्चे पर, उत्तर मध्य रेलवे ने दिसंबर –2020 में कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किए हैं। दिसंबर –2020 में किसी महीने के दौरान प्रारंभिक माल लदान में अबतक का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा है, यानी इस माह में 16.6 लाख टन और अब तक चालू वित्त वर्ष में कुल 118.2 लाख टन माल लदान किया जा चुका है। कोविड संकट के बावजूद भी सकारात्मक लोडिंग प्रदर्शन के साथ, उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले साल दिसंबर तक लोड किए गए 112 लाख टन माल की ढुलाई को पार कर लिया है। उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले वर्ष की तुलना में अपने खाद्यान्न लोडिंग में भी 82% से अधिक सुधार किया है, इस प्रकार न केवल आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की है, बल्कि कृषि क्षेत्र में भी सहायक बनी हुई है।