रूसी सेना का खार्कीव और ओडेसा पर भीषण हमला

रूसी सेना ने मारीपोल की अजोवस्टाल स्टील फैक्ट्री पर फिर से हमला बोल दिया है। पूरे इलाके में इसी फैक्ट्री परिसर पर रूसी सेना का कब्जा नहीं हो पाया है। यहां पर करीब दो हजार यूक्रेनी सैनिक और लड़ाके मौजूद हैं। वे सुरंगों के जरिये करीब 12 वर्ग किलोमीटर में फैली फैक्ट्री में मोर्चेबंदी किए हुए हैं। रूसी सेना ने शनिवार को तटवर्ती शहर ओडेसा पर फिर से हमला किया। यहां पर दो मिसाइलों ने सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया, जबकि दो मिसाइलें रिहायशी इमारतों पर गिरीं। दो अन्य रूसी मिसाइलों को आकाश में ही जवाबी हमले में बर्बाद कर दिया गया। ओडेसा में हुए हमले में पांच लोग मारे गए और 18 घायल हुए हैं।मारीपोल शहर पर पूरा कब्जा प्रदर्शित करते हुए रूस समर्थित विद्रोहियों के गुट ने सबसे ऊंचे टीवी टावर पर अपना झंडा लगा दिया। शहर की लगभग सभी ऊंची इमारतें बर्बाद होने के बाद यही टावर मारीपोल में सबसे ऊंचा ढांचा बचा है। मारीपोल शहर में अभी भी एक लाख लोग बचे हैं, जिन्हें वहां से निकालने के प्रयास यूक्रेन की सरकार कर रही है। स्टील फैक्ट्री में भी करीब एक हजार नागरिक हैं। दो महीने से बंकर में रह रहे बच्चे का सूर्य की किरणें देखने की इच्छा जताने वाला भावुक करने वाला वीडियो इंटरनेट मीडिया पर आया है।

भूमिगत बंकर में प्रकाश के बहुत मामूली इंतजाम हैं। शनिवार को लुहांस्क के गवर्नर सेरही गैदाई ने दावा किया कि यूक्रेन की सेना ने कई स्थानों पर रूसी सैनिकों को पीछे कर दिया है लेकिन भीषण लड़ाई जारी है। जबकि खार्कीव के गवर्नर ने कहा है कि हवाई हमले जारी हैं। इनसे भारी नुकसान हो रहा है। रूसी सेना ने बीते 24 घंटों में 50 से ज्यादा बार गोलाबारी की है जिससे दो नागरिकों की मौत हुई है और 19 घायल हुए हैं। इजुम इलाके में तीन गांव रूसी सेना के कब्जे में जाने की खबर है।

रूस की मदद पर अमेरिका की चीन को चेतावनी

रूस को यूक्रेन युद्ध में सहायता देने वाली सामग्री की आपूर्ति करने पर अमेरिका ने चीन को कड़ी चेतावनी दी है। अमेरिका की विदेश उप मंत्री वेंडी शर्मन ने ब्रसेल्स में हुई यूरोपीय यूनियन और अमेरिका की बैठक में चीन पर चर्चा की। कहा कि चीन यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस का लगातार समर्थन कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रूस के कृत्य के बचाव कर रहा है। इतना ही नहीं, चीन यूक्रेन युद्ध में काम आ रही कई तरह की सामग्री भी रूस को दे रहा है। शर्मन ने कहा, चीन के कार्यों से हमें यूक्रेन में शांति स्थापित करने के उद्देश्य में मदद नहीं मिल रही है।संकेत मिले हैं कि यूक्रेन में रूस अपने वैगनर ग्रुप की सेवाएं भी ले रहा है। इस ग्रुप में रूस के प्रति झुकाव रखने वाले पूर्व सैनिक, गैर सरकारी लोग और अपराधी प्रवृत्ति के हथियारबंद लोग शामिल हैं। इस ग्रुप में रूसी नागरिक ही नहीं अन्य देशों के लोग भी शामिल हो सकते हैं लेकिन उनकी रूस और वहां के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति निष्ठा अनिवार्य है। यह ग्रुप पूरी दुनिया में रूसी हितों के लिए कार्य करने के वास्ते सक्रिय रहता है। फिलहाल यह ग्रुप सूडान और माली जैसे अफ्रीकी देशों में सक्रिय है। इस ग्रुप के सदस्यों को रूस ने यूक्रेन में भी तैनात कर रखा है जो पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन में रूसी सेना के साथ मिलकर लड़ रहे हैं।

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