राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित महिला एवं बाल सामुदायिक शौचालय मे दो वर्ष से लटक रहा ताला

 प्रयागराज जिले को ओडीएफ काफी पहले ही घोषित कर दिया गया है। इसी के साथ ही जिले की सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। लेकिन उनमें से अधिकांश में ताला लटक रहा है। इससे कई जगहों पर ग्रामीण अब भी खुले में शौच जाने लगे हैं। संचालन के लिए अधिकांश जगहों पर इन शौचालयों को स्वयं सहायता समूहों को दिया गया है। इसके बाद भी इनका संचालन नहीं हो पा रहा है।विकासखंड शंकरगढ़ के ग्राम पंचायत नारीबारी राष्ट्रीय राजमार्ग में महिला एवं बाल सामुदायिक शौचालय पंचायती राज विभाग द्वारा वर्ष २०२०-२१ मे बनकर तैयार हो गया था। लेकिन आज तक महिला एवं बाल सामुदायिक शौचालय का ताला नही खुल सका। जनता का पैसा शासन के माध्यम से जनता के लिए लगाया गया। किन्तु स्थानीय प्रशासनिक कर्मचारियों अधिकारियों के लापरवाही से लगातार डेढ़-दो वर्षों से निरंतर ताला लटक रहा है। जिस पर स्थानीय नागरिकों ने कई बार विकासखंड शंकरगढ़ के सचिव व खंड विकास अधिकारी से इस संदर्भ में शिकायत किया। इसके बावजूद आज तक लगातार ताला बन्द है। और महिलाएं बच्चे खुले मे शौच जाने के लिए विवश है। जब कि ग्रामीणों का कहना है कि संचालन के लिए कुछ स्थानीय लोगों की नियुक्ति है पर सदैव ताला बंद रहता है। शौचालय मे पानी तक की उपलब्धता नही है। कुछ समय पूर्व हवा से छत मे खाली रखा पानी टंकी खिसक गया था, जिसे आज तक सही नही कराया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि कर्मचारी अधिकारी के मिलीभगत से शौचालय के कर्मचारियों के मानदेय का भुगतान भी हो रहा है,जब कि ताला तक नही खुलता।
ग्राम पंचायत सचिव नारीबारी चन्द्र शेखर से जब नारीबारी संवाददाता ने पूछा तो बताया कि शौचालय चालू है। और तीन माह के मानदेय का भुगतान भी किया गया है। खंड विकास अधिकारी शंकरगढ़ का फोन नही उठा।
Attachments area

Related posts

Leave a Comment