राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन देश को गिरवी रखने की योजना है इसके खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा – का0 मनोज पाण्डेय*

वाराणसी  । बनारस रेल इंजन कारखाने के कर्मचारी क्लब में डीएलडब्लू रेल मजदूर यूनियन ने रेल के निजीकरण, निगमीकरण व एन पी एस के खिलाफ आम सभा का आयोजन किया ।                            आम सभा को सम्बोधित करते हुए इण्डियन रेलवे इम्प्लॉइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड मनोज पाण्डेय ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कहा कि हम सब अभी रेलवे कर्मचारी लगातार सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण, निगमीकरण के साथ 100 डेज एक्सन प्लान के हमलों के खिलाफ संघर्ष कर ही रहे थे जिनमें रेलवे के सात उत्पादन इकाइया- चितरंजन, वाराणसी, रायबरेली, कपूरथला, पटियाला, चेन्नई और बेंगलुरु का “इंडियन रोलिंग स्टॉक कंपनी” के नाम से निजी क्षेत्र में दे देने की योजना बनाई गई, जिसमें 23 महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन, 600 रेलवे स्टेशन के आसपास की जमीन लैंड डेवलपमेंट प्राधिकरण को देने की बात कही गई थी, औऱ पहले से ही चल रही बहुप्रतीक्षित रेलवे की डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर जिसमें लुधियाना से कोलकाता 1800 km, दादरी से जेएनपीटी 1500 km, खड़गपुर से विजयवाडा 1000 km, भुसावल से धानकुनी 1500 km, विजयवाडा से इटारसी 1500 km, जिनमें 150 निजी ट्रेन और मालगाड़ी स्लॉट निजी परिचालन के उपलब्ध कराने की बात है ।
का. मनोज ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अब राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन लाकर और चार श्रमिक संहिता बनाकर सरकार कर्मचारियों के बचे हुए अधिकारों पर भी चौतरफा हमलावर हो गई हैं, राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन में 90 यात्री गाड़ियां, 400 रेलवे स्टेशन,741 km कोंकण रेलवे,15 रेलवे स्टेडियम, 265 गुड्स शेड, 4 हिल स्टेशन, 1400 km ओवहरहेड इक्विपमेंट इत्यादि पूंजीपतियों को देकर सरकार 1.52  लाख करोड़ रुपये इकट्ठा करने की योजना पूरी तरह से रेल और देश को गिरवी रखने की योजना है जिसके खिलाफ इण्डियन रेलवे इम्प्लॉइज फेडरेशन ने संघर्ष करने की योजना तैयार कर चुका है।
 एक्टू के राष्ट्रीय महासचिव का. राजीव डिमरी व इण्डियन रेलवे इम्प्लॉइज फेडरेशन के महासचिव का. सर्वजीत सिंह ने आम सभा मे मौजूद कर्मचारियों से सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों का एक जुट होकर विरोध करने का आवाहन करते हुए कहा कि इण्डियन रेलवे इम्प्लॉइज फेडरेशन के साथी संगठन ने
एनपीएस के खिलाफ रेलवे कर्मचारियों के बीच सक्रिय फ्रंट अगेंस्ट एन पी एस इन रेलवे FANPSR लगातार NMOPS के साथ मिलकर संघर्ष करता रहा है, उसी का नतीजा है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाल हुई है, अब FANPSR  रेल, सेल,भेल, कोल, रक्षा, स्वास्थ्य, बैंक, बीमा, सहित सभी केंद्रीय कर्मचारियों के साथ व्यापक एकजुटता बनाते हुए एनपीएस के खिलाफ लगातार बड़ी पहलकदमियां ले रहा है,
*आम सभा में मुख्य अतिथि कॉम राजीव डीमरी, राष्ट्रीय महासचिव AICCTU, विशिष्ट अतिथि कॉम मनोज पाण्डेय राष्ट्रीय अध्यक्ष IREF, मुख्य वक्ता कॉम सर्वजीत सिंह राष्ट्रीय महासचिव IREF, वक्ता डॉ कमल उसरी राष्ट्रीय सचिव ऐक्टू, जुमेरदीन, राजेन्द्र प्रसाद पाल- राष्ट्रीय महासचिव FANPSR, मनीष हरिनंदन, भरत राज, रतन चंद्र, सुशील कुमार, किशन कुमार रहे, अध्यक्षता कॉम प्रदीप कुमार यादव DLWRU और संचालन डीएन भट्ट ने किया*,
आम सभा में मुख्य रूप से मृतुन्जय भास्कर, कौशल चौरसिया, मदन कुमार, हरि नारायण, अमित कुमार, रवि सेन, किशानु भट्टाचार्य, संजय तिवारी, डी एन भट्ट, सरोज सिंह,  चितरंजन, बी डी दुबे,राहुल चौरसिया इत्यादि के साथ सैकड़ों की संख्या में बीरेका रेलवे कर्मचारियों शामिल रहें,

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