राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान, मुश्किल में सोनिया गांधी, पीएम मोदी ने कांग्रेस को सुनाई खरी-खोटी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘बेचारा’ कहने पर सोनिया गांधी मुश्किल में फंस गई हैं। उनके इस विवादित बयान पर राजनीति हो रही है। बीजेपी लगातार सोनिया पर निशाना साध रही है। वहीं, राजनीतिक हलकों में सोनिया की इस टिप्पणी की तीखी आलोचना हो रही है, जिससे भारत के सर्वोच्च पद के प्रति कांग्रेस पार्टी के रवैये पर बहस तेज हो गई है। कई लोगों ने कांग्रेस नेता पर अभिजात्यवाद और अनादर का आरोप लगाया है।

कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के बाद कहा कि वह अपने संबोधन के अंत में थक गई थीं और मुश्किल से बोल पा रही थीं। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘अंत में, राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं, वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।’

राष्ट्रपति भवन ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संसद में संबोधन पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियां अनुचित, दुर्भाग्यपूर्ण थीं और ऐसी टिप्पणियों से बचना चाहिए। राष्ट्रपति कार्यालय ने ऐसी टिप्पणियों को अस्वीकार्य बताया और कहा कि इससे पद की गरिमा को ठेस पहुंची है।

राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि यह संभव है कि ये नेता ‘हिंदी जैसी भारतीय भाषाओं के मुहावरों और प्रवचन’ से परिचित नहीं हैं, इसलिए उन्होंने ऐसी गलत धारणा बना ली। राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘किसी भी मामले में, ऐसी टिप्पणियां अनुचित, दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से टालने योग्य हैं।’

मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने शाही परिवार पर आदिवासी पृष्ठभूमि की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसके लिए पार्टी को माफी मांगनी चाहिए। मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सत्रों को संबोधित करते हुए ‘बेहतरीन’ भाषण दिया, लेकिन कांग्रेस का ‘शाही परिवार’ उनके अपमान पर उतर आया है।

पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस के शाही परिवार का अहंकार आज देश ने फिर देखा है। आज हमारी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद को संबोधित किया। उन्होंने देशवासियों की उपलब्धियों के बारे में बताया, विकसित भारत के दृष्टिकोण के बारे में बताया। हिंदी उनकी मातृभाषा नहीं है, फिर भी उन्होंने बहुत ही बेहतरीन भाषण दिया, लेकिन कांग्रेस का शाही परिवार उनके अपमान पर उतर आया है।’

मोदी ने कहा कि ‘शाही परिवार’ के एक सदस्य ने कहा कि आदिवासी बेटी ने ‘बोरिंग भाषण’ दिया और दूसरी सदस्य ने तो इससे भी एक कदम आगे बढ़ते हुए राष्ट्रपति मुर्मू को ‘बेचारी और थकी हुई’ कहा। उन्होंने कहा, ‘यह देश के आदिवासी भाई-बहनों का अपमान है।’ मोदी ने कांग्रेस पर हाशिए पर मौजूद समुदायों की प्रगति में हमेशा बाधा डालने का भी आरोप लगाया।

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि अपनी परिस्थितियों से ऊपर उठने वाले दलित, आदिवासी और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदायों से किसी को भी कांग्रेस का ‘शाही परिवार’ स्वीकार नहीं करता है और यह हर कदम पर उनका अपमान करता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रपति के भाषण को खारिज भी किया, जिसमें उन्होंने भारत की आर्थिक प्रगति, किसान कल्याण, मेट्रो परियोजनाओं और खेल हस्तियों की प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह ‘बोरिंग’ भी लगता है। मोदी ने बाद में ‘एक्स’ पर कहा, ‘आज कांग्रेस के शाही परिवार ने भारत की माननीय राष्ट्रपति जी का घोर अपमान किया है। उसे इसके लिए जल्द से जल्द राष्ट्रपति जी के साथ ही हमारे गरीब भाई-बहनों, एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय से माफी मांगनी चाहिए।’

राष्ट्रपति मुर्मू ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया और सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया। मुर्मू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के इस तीसरे कार्यकाल में तीन गुना गति से काम हो रहा है तथा ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और वक्फ (संशोधन) विधेयक जैसे कानूनों पर तेज गति से कदम आगे बढ़ाया गया है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए की गई एक टिप्पणी को लेकर विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ‘बेहद अपमानजनक’ है और यह सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा के प्रति विपक्ष की ‘निरंतर उपेक्षा’ को दर्शाता है।

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