शंकरगढ़ (प्रयागराज ) । शंकरगढ़ में राजा कमलाकर इंटर कॉलेज का उपक्रम रानी दिव्यानी पब्लिक स्कूल का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया और नई बिल्डिंग का उद्धघाटन भी किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिंदुस्तान एरोनाइटिक के एडिशनल मैनेजर रघुवेन्द्र सिंह और कॉलेज के प्रबंधक राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरआत इसके उपरांत रानी दिव्यानी के चित्र पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में छोटे नन्हे मुन्ने बच्चे और बच्चियों ने एक से बढ़कर एक मनमोहक कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर आए हुए मेहमानों और अभिवाहकों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम क़े दौरान नर्सरी क्लास से लेकर 12 वीं क्लास तक के बच्चों को गिफ्ट और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि रघुवेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने उद्धबोधन में कहा कि इस कॉलेज से हमारा पुराना रिश्ता है मेरे पिता जी इसी राजा कमलाकर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य रहे है,लेकिन तब और अब में बहुत बदलाव देखने को मिला। आज एक इंटर कॉलेज से इसी के कॉलेज के दो उपक्रम बनकर तैयार हुए जो आज राजा कमलाकर डिग्री कॉलेज और रानी दिव्यानी पब्लिक स्कूल के नाम से जाना जाता है जो कि आज पूरे जनपद में अलग की शिक्षा का अलख जगा रहा है। मुझे फिर कभी मौका मिला तो और भी बहुत कुछ अपनी बातें साझा करूंगा लेकिन ये जरूर कहूंगा कि आज इन संस्थाओं को आगे बढ़ाने में राजा कमलाकर इंटर कॉलेज के प्राचार्य अनय प्रताप सिंह का बहुत बड़ा योगदान है। सबसे बड़ी बात शिक्षा के क्षेत्र में शंकरगढ़ राज परिवार का ये क्षेत्र हमेशा ऋणी रहेगा, शंकरगढ़ राज घराने के राजा महाराव महेंद्र प्रताप सिंह का बहुत बड़ा सहयोग और योगदान है जोकि इन्होंने इस क्षेत्र में गरीब बच्चों के लिए कम खर्च में अच्छी शिक्षा देने का वीणा उठाया है।
वही कॉलेज और स्कूल के प्रबंधक राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कहा कि मेरा परिवार इस क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हमेशा आगे रहा है मेरी पिता स्व. राजा कमलाकर सिंह ने लगभग 70 वर्ष पहले राजा कमलाकर इंटर कॉलेज की स्थापना किया उन्ही के पद चिन्हों पर चलते हुए आज मेरा परिवार आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। मेरी बेटी का सपना था कि वो अपनी माँ के नाम से एक विद्यालय खोले लेकिन दामाद के व्यस्तता के कारण नही कर सकी, लेकिन उसके उसकी कही हुई बात का सपना अनय प्रताप सिंह ने पूरा किया। रानी दिव्यानी पब्लिक स्कूल की स्थापना सन 2005 में दो कमरों में 20 बच्चों से हुई थी लेकिन आज नर्सरी से लेकर 12 वीं तक लगभग हजार बच्चों की संख्या पहुंच गई, कई कमरों की बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है,जिसका मुख्य श्रेय अनय प्रताप सिंह और उनके शिक्षकों को जाता है। आने वाले समय में बहुत कुछ नया देखने को मिलेगा।
वही राजा कमलाकर इंटर कॉलेज के प्राचार्य एवं रानी दिव्यानी पब्लिक स्कूल के मैनेजर अनय प्रताप सिंह ने कहा कि आज इस स्कूल को यहां तक पहुंचाने में स्कूल की शिक्षिका शीतल सिंह एवं पूरे शिक्षक और शिक्षिकाओं को जाता है,शीतल सिंह ने इस स्कूल को इस मुकाम तक लाने में बहुत मेहनत किया। कुछ लोग लोग इस स्कूल को लेकर तरह तरह के अफवाहें फैलाए लेकिन मैं और मेरे शिक्षकों ने कभी पीछे मुड़कर नही देखा। लेकिन हम सभी अभिवाहकों से वादा करते हैं कि आने वाले समय मे बहुत कुछ अलग देखने को मिलेगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से राजा महेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य अतिथि राघुवेन्द्र सिंह, युवराज शिवेंद्र प्रताप सिंह, नाहर सिंह सोलंकी,गोरे लाल सिंह, त्रियुगी नारायण मिश्रा, वंश बहादुर सिंह बंशु बाबा, सूर्य निधान पांडेय,पूर्व शिक्षक गुलाब सिंह, समाजसेवी गोपाल दास गुप्ता एवं सभी शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ साथ सैकडों अभिवाहकों और क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थिति रहे।