समरदा (बाराबंकी)। एक बेहतर और स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए पहली आवश्यकता है नागरिकों का सुशिक्षित होना, क्योंकि एक शिक्षित नागरिक ही स्वस्थ व सभ्य समाज की मूल अवसंरचना का आधार स्तम्भ होता है। वह जैसा सोचता है उसी के अनुरूप व्यवहार करता है और इस प्रकार नागरिकों के सामूहिक व्यवहार के प्रक्षेपण से ही समाज का चरित्र और स्वरूप मूर्त रूप धारण करता है। एक सभ्य व सुशिक्षित नागरिक के निर्माण के मूल में है शिक्षा। शिक्षा के जरिये ही हम समाज को सही दिशा दे सकते हैं और उसे उस मुकाम पर ले जा सकते हैं जहां वह सही मायने में सभ्य व स्वस्थ समाज कहलाने का हकदार होगा, और इसमें अहम भूमिका निभाते हैं हमारे विद्यालय व हमारे शिक्षक।
आपको बता दें कि इन्हीं उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए व शासन द्वारा प्रस्तावित विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान को गुणवत्तापूर्ण सफल बनाने के लिए राजकीय हाईस्वूâल समरदा, बाराबंकी ाqवद्यालय कृतसंकल्पित है। ज्ञात हो कि यह अभियान १८ अक्टूबर से प्रारम्भ है जो कि १७ नवम्बर तक चलेगा। अभियान का उद्देश्य संचारी रोगों एवं कोरोना वायरस के संक्रमण के संबंध में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक कर सुरक्षित किया जाना एवं ग्रामीणों को सफाई के प्रति जागरूक किया जाना है।
अभियान के प्रथम कड़ी को प्रारम्भ करते हुए विद्यालय में १८ अक्टूबर को संचारी रोगों से बचाव हेतु विद्यार्र्थियों को जानकारी प्रदान की गयी एवं सामूहिक शपथ दिलायी गयी। जानकारी देते हुए सहायक अध्यापक संजय कुमार सिंह ने बताया कि बुखार होने पर बच्चों को अविलंब उपचार के लिए सरकारी अस्पतालों में ले जाएं। बुखार दिमागी बुखार हो सकता है। इसलिए इसमें देरी न करें। दिमागी बुखार के संबंध में अधिक जानकारी के लिए नि:शुल्क हेल्पलाइन १८००१८०५१४५ संचालित है। इस पर भी आमजन विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सामूहिक शपथ प्रधानाचार्य अभय प्रताप ने दिलाई। प्रधानाचार्य के साथ-साथ उपस्थित सभी शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं ने शपथ लेते हुए कहा- ‘हम अपने गांव, ब्लॉक, जिला और देश को रोग मुक्त कराने के लिए प्रतिबद्व हैं। हम शपथ लेते हैं कि व्यक्तिगत साफ-सफाई का ध्यान रखेंगे, अपने घर के आस-पास साफ सफाई रखेगें, अपने गांव और मोहल्ले के वातावरण को स्वच्छ रखेंगे तथा समुदाय को साफ सफाई और स्वच्छता अपनाने के लिए प्रेरित करेंगें। हम शपथ लेते हैं कि संचारी रोगों से लड़ाई में हम हर संभव प्रयास करेंगें कि हमारे परिवार और समुदाय इन रोगों से मुक्त रहें। हमारे गांव अथवा हमारे आसपास के क्षेत्र में यदि कोई व्यक्ति बुखार से पीड़ित होगा तो उसके परिवार को तुरन्त इलाज के लिए सरकारी अस्पताल जाने के लिए प्रेरित करेंगे‘।
सहायक अध्यापक शैलेश सिंह ने बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दी और उनके पालन के लिए सामूहिक शपथ भी दिलायी, और बताया कि यातायात नियमों का पालन करते हुए हम होने वाली दुर्घटना से खुद को और दूसरों को भी बचा सकते हैं।इस अवसर पर सड़क सुरक्षा पर भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
सहायक अध्यापक अवध प्रताप सिंह ने पर्यावरण प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग व वातावरण में हो रहे नकारात्म बदलावों से उत्पन्न चुनौतियों व उनके दुष्प्रभावों के बारे में छात्र-छात्राओं को बताते हुए उन्हें अधिक से अधिक वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया और विद्यालय प्रांगण में बच्चों के द्वारा पौधरोपण भी कराया।
अभियान की अगली कड़ी में विद्यालय में वूâलर , वाटर वूâलर, गमलों आदि में जमा जल को साफ कराया गया तथा परिसर की सफाई की गयी। शिक्षकों ने अभिभावकों को कोविड-१९ से बचाव हेतु सोशल डिस्टेंसिंग, वैक्सीनेशन आदि के सम्बंध में जागरूक किया। २३ अक्टूबर को संचारी रोगों से बचाव व रोकथाम एवं उपचार के सम्बंध में चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। २६ अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग के भिज्ञ कार्मिक के सहयोग से कोविड-१९, दिमागी बुखार एवं अन्य संचारी रोगों से बचाव, रोकथाम, एवं उपचार के सम्बंध में शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को जागरूक किया गया एवं एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। २८ अक्टूबर को सहायक अध्यापक संजय सिंह ने ाqवद्यार्थियों को क्लोरिनेशन डेमो, पेयजल को उबालना, साबुन से हाथ धोना, शौचालय का प्रयोग इत्यादि के विषय में जानकारी दी।
ाqवशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के गुणवत्तापूर्ण सफल आयोजन हेतु राजकीय हाईस्वूâल समरदा के शिक्षक जितने लगन से लगे हुए हैं उतने ही तन्मयता एवं उत्साह के साथ विद्यार्थी भी आयोजन में भाग ले रहे हैं।