प्रयागराज।
गवर्नमेंट प्रेस की कर्मचारी संगठनों द्वारा अपनी छोटी-छोटी मांगों के लिए लगातार 20 दिन से धरना देकर आंदोलनरत हैं लेकिन वहां के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों की छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। इससे अधिकारियों की तानाशाही परिलक्षित होती है। गवर्नमेंट प्रेस के कर्मचारी संगठनों की जो प्रमुख मांगे हैं उसमें महिलाओं के लिए वॉशरूम, चिकित्सा प्रतिपूर्ति से इनकम टैक्स की कटौती, पूर्व में संयुक्त निदेशक द्वारा स्वीकृत मार्ग व्यय के भुगतानकी समस्या, कूलर की समस्या तथा कर्मचारियों के वेतन से नियम विरुद्ध कटौती किए जाने की समस्या तथा आदि समस्याओं के को लेकर गवर्नमेंट प्रेस के कर्मचारी संगठनों द्वारा लगातार 20 दिन से राजकीय मुद्रणालय प्रयागराज के कैंपस में धरना देकर बैठे हुए हैं लेकिन उनकी सुनने वाले कोई नहीं है। कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा अपने विभागीय मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी से मिलकर अपनी समस्याओं का ज्ञापन दिया था लेकिन अभी तक उनके समस्याओं का समाधान नहीं हो सका। कई दिनों से धरना में बैठे होने के कारण राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारियों द्वारा गवर्नमेंट प्रेस के संगठनों के पदाधिकारियों का समर्थन किया गया। परिषद के पदाधिकारियों द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को आगाह किया गया कि यदि गवर्नमेंट प्रेस के कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान अभिलंब नहीं किया जाता है तो हमें मजबूर होकर जनपद के समस्त विभागों के कर्मचारियों के साथ धरने पर बैठना होगा। धरने को समर्थन देने वालों में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के प्रदेश सचिव/अध्यक्ष विकास भवन कर्मचारी महासंघ राजेंद्र कुमार त्रिपाठी, परिषद के जिला अध्यक्ष राग विराग, जिला मंत्री विनोद पांडेय, उप मंत्री शुभम त्रिपाठी, आंगनबाड़ी संघ के मंडल संरक्षक संतोष कुमार मिश्रा के अतिरिक्त गवर्नमेंट प्रेस के कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष रामसुमेर, महामंत्री ध्रुवनारायण, रामगोपाल, कृष्णा राम मिश्र, कौशल कुमार, गणेश रावत, चंदन सिंह आदि उपस्थित रहे।