चीन में कोरोना के कहर को जहां काबू में करने का दावा किया जा रहा है, वहीं यूरोप में इसने भयावह रूप धारण कर लिया है। चीन के बाद सर्वाधिक प्रभावित इटली का लोंबार्डी तो दूसरा ‘वुहान’ बनता जा रहा है। इस यूरोपीय देश में मरने वालों संख्या 2,158 पहुंच गई है, जो चीन के बाद सबसे ज्यादा है। कोरोना के फैलने के कारण यहां बीच बंद कर दिए गए हैं। दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश स्पेन है जहां पर मरने वालों का आंकड़ा 491 पर पहुंच गया है। फ्रांस में लॉकडाउन से पहले पेरिस छोड़ने वालों का तांता लगा है। मंगलवार तड़के रेलवे स्टेशन और राजमार्ग पर लोगों की भारी भीड़ दिखाई दी। इनका मानना है कि शहर आने वाले लोगों के माध्यम से संक्रमण का दायरा बढ़ेगा और महामारी भयावह रूप धारण कर सकती है।फ्रांसीसी स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने कहा कि सरकार का लोगों को उनके दूसरे घरों में जाने से रोकने का कोई इरादा नहीं है। हालांकि शहर में सार्वजनिक जीवन पर कड़े प्रतिबंध यथावत लागू रहेंगे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने नागरिकों को आदेश दिया कि वह मंगलवार से लेकर अगले 15 दिनों तक घरों में ही रहें। साथ ही उन्होंने कहा कि गैर-जरूरी यात्राओं और सामाजिक कार्यक्रम पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मैक्रों ने कहा कि यूरोपीय संघ की बाहरी सीमाएं मंगलवार से लेकर अगले 30 दिनों के लिए बंद रहेंगी। फ्रांस के उप परिवहन मंत्री ने कहा है कि लॉकडाउन के तहत हाईस्पीड इंटरसिटी ट्रेनों का परिचालन कम किया जाएगा।इटली में होने वाली कुल मौतों के 66 फीसद (1420) मामले इसी शहर के हैं। इटली में दो दिनों में 700 से अधिक मौतें हुई हैं। चार दिन पहले संक्रमण के 15,113 मामले थे जबकि अब इनकी संख्या बढ़कर 27,980 हो गई है।ईरान में 85000 हजार कैदियों को अस्थायी तौर पर रिहा कर दिया है। इसमें राजनीतिक कैदी भी हैं। वहीं पिछले चौबीस घंटों के दौरान 135 और लोगों की मौत हुई है। यहां पर मरने वालों की संख्या 988 हो गई है। 1178 संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। इनकी संख्या 16,169 हो गई हहै। 5,389 लोग ठीक हो चुके हैं। उधर, ईरान के प्रमुख विरोधी संयुक्त अरब अमीरात ने इस मुसीबत के समय एक अच्छा संदेश दिया है। उसने ईरान में मेडिकल उपकरण से भरे दो विमान भेजे।
जॉन हापकिंस कोरोनावायरस ट्रैकर के मुताबिक अब तक 7,154 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 1,82,405 लोग संक्रमित हुए हैं। वायरस की जद में 155 देश अब तक आ चुके हैं।
-चीन में संक्रमण का एक मामला सामने आया है। जबकि 13 अन्य लोगों की मौत हुई है। अकेले हुबेई प्रांत में 12 लोगों की मौत हुई है।
-ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका ने संयुक्त बयान में कहा कि महामारी वैश्विक स्वास्थ्य संकट है, जो विश्व की अर्थव्यवस्था के लिए भी जोखिम है।