एशिया कप क्रिकेट की शनिवार से यहां शुरुआत होने जा रही है। पहला मुकाबला शनिवार को श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच ग्रुप बी में खेल जाएगा। अफगानिस्तान ने अपने पिछले पांच टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में से तीन में जीत दर्ज की है। दूसरी ओर श्रीलंका को अपने पिछले पांच में से चार में हार मिली है।
अगर क्वालिफायर हांगकांग को छोड़ दें तो बाकी पांच टीमें सात बार की चैंपियन भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश खास दिन प्रतिद्वंद्वी टीम को मात देने में सक्षम हैं। छह साल के बाद यह टूर्नामेंट टी-20 प्रारूप में हो रहा है। पहले इसका आयोजन श्रीलंका में होना था लेकिन आर्थिक संकट के चलते उसने मेजबानी से हाथ पीछे खींच लिए थे। बेशक, यूएई में हालात वैसे नहीं होंगे जैसे अक्तूबर-नवंबर में टी-20 विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया में होने हैं लेकिन हुए टीमों के पास इस प्रारूप में अपनी तैयारियों का जायजा लेने और टीम संयोजन तय करने का भी मौका होगा। ऐसे में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। फिर टी-20 की अनिश्चितता इसके रोमांच को और परवान चढ़ाएगी।भारतीय टीम का पहला मुकाबला 28 अगस्त को चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ खेलना है। सभी निगाह विराट कोहली पर होगी, जो फॉर्म में लौटने को बेताब होंगे। कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल के प्रदर्शन पर भी फोकस रहेगा। इस टूर्नामेंट में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की भारतीय टीम को कमी खल सकती है।