संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति व अबू धाबी के शासक शेख बिन जायद अल नाहयान का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। शेख के निधन पर यूएई में 40 दिनों के राष्ट्रीय शोक का एलान किया गया है। राष्ट्रपति मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। शेख खलीफा के निधन पर भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया है। कोविन्द ने कहा कि भारतीय समुदाय के कल्याण कार्य के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।प्रधानमंत्री मोदी ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि वह एक महान राजनेता व दूरदर्शी नेता थे जिनके तहत भारत-यूएई के संबंध मजबूत हुए। भारत के लोगों की संवेदनाएं यूएई के लोगों के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। विदेश मंत्री एस जयशंकर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत दुनियाभर के लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।शेख खलीफा 3 नवंबर, 2004 से यूएई के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक का पद संभाल रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति के निधन पर संघीय विभाग और स्थानीय संस्थानों पर राष्ट्रीय झंडे को आधा झुका दिया गया। खलीफा के निधन के बाद खाली हुई राष्ट्रपति की कुर्सी को 30 दिनों में भरा
संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक के रूप में खलीफा ने 18 साल अपनी सेवाएं दीं। शेख खलीफा को उनके पिता स्वर्गीय शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के उत्तराधिकारी के रूप में यूएई का राष्ट्रपति चुना गया था।
1948 में हुआ था जन्म
शेख जायद बिन सुल्तान ने 1971 में संघ के गठन के बाद 2 नंवबर, 2004 तक पहले राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला। 1948 में जन्मे शेख खलीफा संयुक्त अरब अमीरात के दूसरे राष्ट्रपति और आबू धाबी के 16वें शासक थे। संघीय सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया कि खलीफा के शासनकाल में यूएई का तेजी से विकास हुआ।
भारत ने राजकीय शोक की घोषणा की
नई दिल्ली से समाचर एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, भारत ने शेख खलीफा के निधन पर शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषण की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को जारी संदेश में कहा गया है कि दिवंगत के सम्मान में 14 मई को पूरे देश में एक दिन का राजकीय शोक रहेगा। एक दिन के राजकीय शोक के दौरान सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया जाएगा और मनोरंजन का कोई भी आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होगा।