अच्छा काम जहां मिले, वह कर लेना चाहिए। यह मानना है अभिनेत्री मौनी राय का। उन्होंने माध्यम को लेकर खुद पर पाबंदियां नहीं लगाई है कि किस पर काम करना है, किस पर नहीं। इन दिनों मौनी जियो सिनेमा के डेटिंग गेम शो टेंपटेशन आइलैंड इंडिया को होस्ट कर रही हैं। यह इसी नाम से बने अमेरिकन शो का भारतीय संस्करण है। उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश आपने टीवी, डिजिटल प्लेटफार्म, फिल्म तीनों फार्मेट पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है।लगा नहीं कि फिल्म के बाद शो क्यों होस्ट करूं? 0 मैं ऐसी इंसान रही हूं, जो हर चीज करना चाहती है। मेरे लिए यह तरीका काम भी करता है। जब मैं टेलीविजन पर काम कर रही थी, तो मैंने रियलिटी शोज भी किए थे। फिर फिल्में और वेब सीरीज की, तो उसके बाद दो रियलिटी शो को जज भी किया। जब काम मिल रहा है, तो क्यों न करूं। काम तो काम होता है। मुझे सब कुछ करना अच्छा लगता है।
तो क्या प्रासंगिक रहने के लिए लगातार काम करते रहना जरूरी है? मैंने जिंदगी में एक बात बहुत पहले ही समझ ली थी कि मेहनत का कोई शार्टकट नहीं होता है। खासकर तब, जब आपके घर से दूर-दूर तक इस इंडस्ट्री में कोई नहीं होता है। केवल आपका काम ही आपको और काम दिला सकता है। मुझे यह रचनात्मक कला का क्षेत्र ही बहुत पसंद है, इसलिए काम जैसा लगता नहीं है।
हर सुबह जब मैं सोकर उठती हूं, तो खुश रहती हूं कि काम पर जाना है। जिस दिन थकी हुई या बीमार भी रहती हूं, तब भी ऐसा नहीं हुआ है कि अरे यार काम पर जाने का मन नहीं कर रहा है। मैं अपने काम को बहुत गंभीरता से लेती हूं। काम करते-करते अनुभव के साथ मुझमें मेच्योरिटी आ गई है। जीवन के जो अनुभव होते हैं, वह भी आपके काम में साथ देते हैं।
जब शो का आफर आया, तो क्या चीजें दिमाग में थीं? इन दिनों कई अंतरराष्ट्रीय शो के भारतीय संस्करण बन रहे हैं? जब मेरे पास कोई काम आता है, तो मैं कभी यह नहीं सोचती हूं कि यह काम मुझे नहीं करना है। मुझे पहले सब कुछ समझना होता है, चाहे वह कोई भी प्रोजेक्ट हो। शुरुआत में ही मैं हां या ना नहीं कर देती हूं। मैंने पहले शो का फार्मेट समझा, उसके बाद उस अंतरराष्ट्रीय शो को भी देखा, जिस पर यह शो बना है। मुझे जिन चीजों को लेकर दिक्कतें थीं, वह मैंने उन्हें बता दिया है। यह रिश्तों पर आधारित शो है। मुझे पता था कि मैं यह आराम से कर लूंगी।
रियलिटी शोज में होस्ट अपनी सलाह भी प्रतियोगियों को देते हैं। आप सलाह देने में कितनी अच्छी हैं? मैं लाइफ में कामयाब हूं, इसलिए अच्छी सलाह दे सकती हूं। मेरे जितने भी दोस्त हैं, चाहे उनके पार्टनर के साथ उनकी लडाई हो जाए या काम पर दिन अच्छा न बीता, मेरे पास सलाह लेने के लिए उनके फोन जरूर आते हैं। मैं अपनी राय दे देती हूं, कभी वह मेरी सुनते हैं, कभी नहीं सुनते हैं।
हालांकि मैंने जब इस शो के लिए हां कहा था, तभी मैंने तय कर लिया था कि मैं किसी के साथ सख्त नहीं होऊंगी, अपनी निजी राय किसी पर नहीं थोपूंगी। उस परिस्थिति में जो दोनों के लिए अच्छा होगा वह कहूंगी। दो लोगों के बीच में जब आपकी राय मांगी जाती है, तो संवेदनशील होना पड़ता है। एक सीमा होती है, जिसे पार नहीं किया जा सकता है।
रिश्ते में खुद को अहमियत दे पाना आपके लिए कितना अहम रहा है? खुद से प्यार करना तो जरूरी है ही, लेकिन उससे पहले खुद की इज्जत करना ज्यादा अहम है। अर्धांगिनी या बेटरहाफ जैसे शब्द मेरी शब्दावली में नहीं हैं। लड़की हो या लड़की वह अपने आप में संपूर्ण होता है। मुझे पार्टनर शब्द ज्यादा सही लगता है, जो एकदूसरे का ख्याल रखे। पार्टनरशिप होनी चाहिए, आप आधे नहीं हो सकते हैं। जब दो लोग साथ आते हैं, तो वह एक नई दुनिया बनाते हैं। 6.जुनून (फिल्म ब्रह्मास्त्र में मौनी के किरदार का नाम) की कहानी ब्रह्मास्त्र पार्ट 2 देव में होगी? मुझे सच में नहीं पता है।
अयान (फिल्म के निर्देशक अयान मुखर्जी) से पूछना पड़ेगा। मैं भी ब्रह्मास्त्र 2 को लेकर बहुत उत्सुक हूं, इसलिए इंटरनेट मीडिया पर जो भी बातें इसको लेकर होती हैं, वह पढ़ती रहती हूं। इंटरनेट मीडिया को आप कितनी गंभीरता से लेती हैं? मैं ज्यादातर इसे अपने काम के लिए ही प्रयोग में लाती हूं। इस पर मौजूद रहना भी मेरे काम का हिस्सा है। हालांकि जब छुट्टियों पर जाती हूं, तो इसे अपने डिजिटल स्क्रैपबुक की तरह प्रयोग करती हूं। उस पर अपनी तस्वीरें, वीडियों साझा करती हूं।