राजस्थान रायल्स के लेग स्पिनर युजवेंद्रा सिंह चहल का कहना है कि वह भारतीय टीम के चाइनामैन गेंदबाज और साथी स्पिनर कुलदीप यादव की आइपीएल में गेंदबाजी से काफी खुश हैं। उन्होंने कुलचा (कुलदीप और चहल) की जोड़ी की टीम में वापसी पर कहा कि यह चयनकर्ताओं और कोच पर निर्भर करता है।
-अभी तक का सत्र बहुत ही शानदार रहा है आपके लिए। राजस्थान रायल्स में आने के बाद क्या आपको लगता है कि आपके पक्ष में कुछ चीजें काम कर रही हैं?
-काफी अच्छा सत्र चल रहा है और सबसे अच्छी बात यहां पर यह है कि मैं राजस्थान की टीम में काफी आराम से हूं। जब भी गेंद डालता हूं तो दिमाग में ज्यादा कुछ चलता नहीं है। मैनेजमेंट और कप्तान से समर्थन भी मिल रहा है। वे भी यही चाहते हैं कि मैं अपने कोटे की 24 गेंदें डालूं और मेरा भी यह लक्ष्य है। कोई दबाव नहीं होता कि ऐसी गेंद क्यों डाली, इसलिए यहां मैं काफी रिलेक्स हूं।
पुणे और सीसीआइ के विकेट ज्यादा स्पिनरों को मदद नहीं दे रहे हैं लेकिन आपको सफलता हासिल हो रही है?
-पुणे में तो अभी तक मैंने एक ही मैच खेला है और वो राजस्थान के लिए मेरा पहला ही मैच था। मैं विकेट पर ज्यादा निर्भर नहीं होता हूं और जो मेरी विविधता है और उसे कब इस्तेमाल करना है शायद यही मेरी विशेषता है। मैं बल्लेबाज के अनुसार ही गेंदबाजी करता हूं।
-सत्र शुरू होने से पहले मानसिकता या गेंदबाजी की तकनीक में कोई बदलाव किया था?
-ऐसा कुछ बदलाव नहीं किया था और जो पहले करता आया था वही कर रहा हूं। मैं जब भी गेंद डालने जाता हूं तो मैं मैच की स्थिति को देखते हुए गेंदबाजी करता हूं। यह देखना पड़ता है कि विकेट लेने हैं या रन बनाने से रोकना है।
-बीच में आपको भारतीय टीम से बाहर रहना पड़ा। क्या आपको लगता है कि आइपीएल एक अवसर है खुद को साबित करने का?
-टीम में रहना या नहीं रहना एक क्रिकेटर के जीवन का हिस्सा है। वो एक खराब समय था और मैं उसके बारे में ज्यादा सोचता नहीं हूं क्योंकि वो अतीत का हिस्सा है। मैं मैच में होता हूं तो बस उसका आनंद लेता हूं।
इस साल टी-20 विश्व कप होना है। क्या आपको लगता है कि इस साल के प्रदर्शन से आपकी उसमें जगह सुनिश्चित हो गई है?
-टी-20 विश्व कप अभी काफी दूर है और उससे पहले कई सीरीज होनी है। आइपीएल के बाद दक्षिण अफ्रीका सीरीज है लेकिन फिलहाल मेरा ध्यान आइपीएल पर ही केंद्रित है।
-आपके दोस्त कुलदीप यादव भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। क्या निकट भविष्य में हम टीम इंडिया में कुलचा (कुलदीप और चहल) को फिर साथ में देख सकते हैं?हमारा साथ आना चयनकर्ताओं और कोच पर निर्भर करता है। मैं कुलदीप के लिए बहुत खुश हूं क्योंकि घुटने में चोट के कारण वह छह महीने के लिए बाहर रहा था। उन्होंने वापसी की और जिस तरह वह गेंदबाजी कर रहे हैं उसे देखकर मुझे खुशी हो रही है। जिस तेजी से वह गेंद डाल रहे हैं मैं हमेशा से चाहता था कि कुलदीप वैसे ही गेंद फेंके। वह उस पर काम कर रहे हैं। कुलदीप में वैसा आत्मविश्वास दिख रहा है जैसा हम दो साल पहले उनके अंदर देखते थे।