माफिया अतीक अहमद ने सोमवार की शाम नैनी सेंट्रल जेल की अस्थायी जेल बैरक में पहुंचने के बाद बंदी रक्षकों से दूध और खाने की मांग की। इस पर जेल प्रशासन की ओर से उसे दाल, चावल, रोटी और सब्जी दी गई। वहीं, साथ में दूध के साथ ब्रेड व दवा खाने के लिए गर्म पानी भी अतीक को उपलब्ध कराया गया। अशरफ ने भी जेल पहुंचकर अपना रोजा खोला। जेल प्रशासन द्वारा उसे खाने के साथ रोजा रहने वाले बंदियों की तरह दूध, खजूर, केला, ब्रेड दी गई।
सूत्रों की माने तो माफिया अतीक ने दूध व दाल का सेवन किया और बाकी चीजों को उसने नहीं खाया। वहीं, अशरफ ने भी दूध व खजूर ही खाया। 24 घंटे के सफर के बाद वह माफिया अतीक अहमद काफी थका हुआ दिखाई पड़ रहा था और हल्का खाने के बाद वह वह अपनी बैरक में आराम करने लगा।
मंगलवार को उमेश पाल अपहरण मामले में होने वाले फैसले को लेकर वह काफी परेशान दिखा। अपनी बैरक में वह अकेला था और बाहर सुरक्षा के लिए बंदी रक्षकों की तैनाती की गई थी। जेल में पहुंचने के बाद माफिया अतीक को बैरक तक पहुंचाने में बंदी रक्षकों के साथ जेल अधिकारी भी साथ रहे।