प्रयागराज। आजादी के अमृत महोत्सव के तहछ नवयुग कन्या महाविद्यालय राजेंद्र नगर के संस्कृत विभाग की ओर से गीता जयंती के उपलक्ष्य में डा वन्दना द्विवेदी के संयोजकत्व में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन भारतीय संस्कृति के विविध आयाम विषय पर आज किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय संगोष्ठी की संयोजक डॉ वंदना द्विवेदी के मंगलाचरण से हुआ। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रतिभा द्विवेदी ने दीप प्रज्वलन मंत्र एवं सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया । मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय एकलव्य परिसर त्रिपुरा के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ पवन कुमार दीक्षित ने कहा कि गीता में संपूर्ण वेदों का सार निहित है भारतीय संस्कृति ही हमें जंतु से आदमी बनाती है इस संस्कृत के माध्यम से ही मनुष्य का दूसरा जन्म होता है और श्रेष्ठ मनुष्य हम बन पाते हैं या मानव के लिए देवत्व की संभावनाओं का द्वार खोलती है। विशिष्ट वक्ता डॉ अश्वनी कुमार पांडे ज्योतिष विभाग के सहायक आचार्य केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गोमती नगर लखनऊ ने कहा कि गीता दर्शन में धार्मिक सहिष्णुता की भावना अत्यंत प्रभावशाली ढंग से व्यक्त होती हैं भारत और विदेशों में भी गीता का बहुत प्रचार प्रसार है संसार की शायद ही ऐसी ही कोई सभ्य भाषा होगी जिसमें गीता का अनुवाद ना हुआ हो। विशिष्ट वक्ता डॉ भुनेश्वरी भारद्वाज समन्वयक अभिनव गुप्त संस्थान संस्कृत विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय ने कहा कि भारतीय संस्कृति के विशाद भी गीता में बसंत हो जाता है आज जब सारा विश्व भूमंडलीकरण के चलते एक गांव बन गया है तो भारतीय संस्कृति ही है जो विश्व संस्कृति की धुरी बन सकती है। कार्यक्रम का संचालन डॉ वंदना द्विवेदी ने किया ।
अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने कहा कि आज का युग परमाणु युद्ध की विभीषिका से भयभीत है ऐसे में गीता का उपदेश ही मानवता के लिये मार्गदर्शन कर सकता है। उन्होंने कहा कि गीता से ही मार्गदर्शन प्राप्त कर जीवन को सुखमय और आनंदमय हम सभी बना सकते हैं। धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रीता तिवारी ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की डॉ सृष्टि श्रीवास्तव, डॉ सुनीता द्विवेदी, प्रोफेसर सुषमा त्रिवेदी , प्रो सीमा सरकार, डॉ नेहा अग्रवाल, डॉ संगीता शुक्ला, डॉ विनीता सिंह, नीलम यादव, डॉ अंजुला कुमारी, डॉ आभा दुबे ,डॉ सुनीता सिंह भदौरिया, नेहा यादव आदि महाविद्यालय की प्रवक्ता एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे |