माघ मेला क्षेत्र के 500 मीटर दायरे में मांस-मछली की बिक्री बंद,

तीर्थराज प्रयाग में माघ मेला क्षेत्र से आधा किलोमीटर की दूरी में मांस और मछली की बिक्री अब नहीं होगी। शनिवार को नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में सर्व सम्मति से इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया। रविवार से यह निर्देश प्राथमिकता से लागू हो जाएगा।

माघ मेला क्षेत्र में मछली और मांस की दुकानों को बंद कराने की मांग पिछले कई वर्षों से सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक संगठनों की ओर से की जा रही थी।

माघ मेले में बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालुओं का भी आवागमन

माघ मेला क्षेत्र के चारों तरफ 500 से अधिक मांस और मछली बिक्री की दुकानें खोली जाती हैं। संगम क्षेत्र में प्रतिवर्ष माघ मेला लगता है। छह वर्ष में कुंभ और 12 वर्ष में महाकुंभ का आयोजन किया जाता है। इस धार्मिक मेले में भारत के अलावा विदेश से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन होता है। ऐसे में अल्लापुर, झूंसी, दारागंज, सोहबतियाबाग, बैरहना आदि क्षेत्रों में सड़कों के किनारे मांस और मछली की दुकानें बड़ी संख्या में खुलती है।

धार्मिक भावनाएं को आहत

मांस की बिक्री करने वाले अक्सर मांस का टुकड़ा भी सड़कों पर फेंक देते हैं। ऐसे में धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। कई पार्षदों की ओर से माघ मेला क्षेत्र में ऐसी दुकानों को पूरी तरह से बंद कराने की मांग हो रही थी। कई बार नगर निगम सदन में भी मामला उठाया गया।

आदेश को प्राथमिकता से लागू कराने का निर्देश

महापौर गणेश केसरवानी ने शनिवार को कार्यकारिणी की बैठक के दौरान अपर नगर आयुक्त और निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. विजय अमृतराज को रविवार से ही इस आदेश को प्राथमिकता से लागू कराने का निर्देश दिया है।

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