महाशक्ति शंखनाद का आयोजन प्रयागराज 25 से 26 फरवरी तक

प्रयागराज ।
भगवती मानव कल्याण संगठन एक अखिल भारतीय रजिस्टर्ड जनकल्याणकारी अध्यात्मिक संगठन है,
जिससे देश-विदेश के करोड़ो लोग जुड़े हुए हैं। यह संगठन समाज में आपसी भाईचारा बनाने, नशामुक्त,
मांसाहारमुक्त, चरित्रवान, चेतनावान, पुरूषार्थी एवं परोपकारी समाज का निर्माण करने के साथ ही जातिभेद ,छुआछूत, सम्प्रदायिकता आदि सामाजिक बुराईयों को दूर करके, सभी जाति-धर्म-सम्प्रदाय को एकसूत्र में पिराते हुये समाज के बीच आध्यात्मिक वातावरण निर्मित करके लोगों को मानवता के पथ पर बढ़ाने का कार्य कर रहा है। उपर्युक्त लक्ष्यों की पूर्ति हेतु संगठन समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों में शक्ति चेतना जनजागरण शिविरों एवं यात्राओं का आयोजन करता है। इन आयोजनों में भगवती मानव कल्याण संगठन एवं पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम ट्रस्ट के संस्थापक संचालक धर्मसम्राट युग चेतना पुरुष सद्गुरूदेव परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के सानिध्य में लाखों लोग एक साथ सम्मिलित होते हैं।
इसी कड़ी में प्रयागराज के परेड ग्राउण्ड संगम में दिनांक 25 व 26 फरवरी 2023 को महाशक्ति शंखनाद शिविर आयोजित किया जा रहा है। जिसमें उपस्थित जनसमुदाय को, जहाँ ऋषिवर सद्गुरूदेव श्री • शक्तिपुत्र जी महाराज के अध्यात्मिक व जनकल्याणकारी चिन्तनों को सुनने का सौभाग्य प्राप्त होगा, वहीं शिविर के दोनों दिन आपश्री के पावन सानिध्य में उनके 01 लाख से अधिक शिष्य व भक्त सामूहिक रूप से ‘महाशक्ति शंखनाद करेंगे।
इसी सन्दर्भ में भगवती मानव कल्याण संगठन के केन्द्रीय महासचिव  अजय अवस्थी  ने बताया कि ऋषियों की पुण्यधरा भारत देश को धर्म-अध्यात्म के क्षेत्र में विकासोन्मुख बनाने और मानव जीवन को दिव्यचेतना से परिपूर्ण करने के लिए ऋषिवर श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के द्वारा 23 जनवरी 1997 को शुभमुहूर्त में पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम की स्थापना की गई और वहाँ 15 अप्रैल 1997 के अनन्तकाल के लिए श्री दुर्गाचालीसा अखण्ड पाठ प्रारम्भ कराया गया तथा विगत 25 वर्षों से यह क्रम दिन-रात, 24 घंटे अनवरत जारी
 अजय अवस्थी ने कहा
1. यह ‘महाशक्ति शंखनाद शिविर इसलिए भी अतिमहत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि देश में व्याप्त अनीति – अन्याय-अधर्म, जातिभेद, छुआछूत, सम्प्रदायिकता, भय-भूख-भ्रष्टाचार समाप्त हो और सत्यधर्म की पुनर्स्थापना हो सके, इस संकल्प को लेकर सद्गुरूदेव जी महाराज के सानिध्य में 01 लाख से अधिक धर्मयोद्धा इस शिविर में सामूहिक रूप से महाशक्ति शंखनाद करेंगे, जिसका सम्पूर्ण चराचर जगत् साक्षी बनेगा। निश्चय ही इस शंखनाद की गूँज से एक पवित्र वातावरण निर्मित होकर अनीति अन्याय-अधर्म पर विराम लगना प्रारम्भ होगा। इन्हीं लक्ष्यों को लेकर परम पूज्य गुरूवर श्री के द्वारा तीन धाराओं-भगवती मानव कल्याण संगठन, पंचज्योति शक्तितीर्थ सिद्धाश्रम और भारतीय शक्ति चेतना पार्टी को प्रवाह दिया जा रहा है।
ऋषिवर के आशीर्वाद एवं तीनों धाराओं के अथक प्रयासों का परिणाम है कि अब तक एक करोड़ से अधिक लोगों ने नशे-मांसाहार से मुक्त होकर सच्चरित्रता का जीवन धारण करके माता भगवती
जगत जननी जगदम्बा की साधना-आराधना को अपने जीवन का अंग बना लिया है, जिससे उनके जीवन में सुख-शांति का प्रादुर्भाव हुआ है।
3. आपश्री ने कहा कि इस भौतिकवादी युग में जब चारों ओर अनीति अन्याय-अधर्म व्याप्त है, शीर्ष सत्ता के साथ ही प्रदेश सरकारों ने शराब के कारोबार को राजस्व का मुख्य जरिया बना लिया है, जिसके चलते अपराध चरम पर है, मानवता चीख रही है ऐसी विषम परिस्थिति में ऋषिवर सद्गुरूदेव परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज सनातन धर्म व ऋषि परम्परा को निभाते हुए अपने तप, बल, कर्म, णीव सरल साधारण धार्मिक नियमों से धर्मरक्षा, राष्ट्ररक्षा एवं मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए संकल्पबद्ध है और इस संकल्प को पूरा करने की दिशा में लगभग एक लाख धर्मयोद्धा. आपश्री के शिष्य अपना तन-मन-धन न्यौछावर करने के लिए तत्पर हैं।
4. सिद्धाश्रम स्थापना के स्वर्णिम 25 वर्ष पूर्ण होने के बाद यह जो महाशक्ति शंखनाद होगा, वह निश्चय ही अनीति- अन्याय-अधर्म का पोषण करने वालों के लिए विनाशकारी और सत्यधर्म के अनुयायियों के लिए मंगलकारी सिद्ध होगा।
5. विदित हो कि शिविरों में दिए गए सद्गुरूदेव जी महाराज के चिन्तन, निर्देशन उनके शिष्यों एवं समाज के लिए प्रेरणास्पद रहे हैं, क्योंकि आपका हर कार्य सत्यधर्म व अध्यात्मिक चेतना की स्थापना, धर्मरक्षा, राष्ट्ररक्षा और मानवता की सेवा के लिए तथा पापाचार में लिप्त मनुष्यों के उद्धार के लिए समर्पित है। आपश्री की मानवता को संदेश है कि यह मानवजीवन अमूल्य है, इसे व्यर्थ न गवायें। सद्कर्म ही हमें जीवंत बना सकते हैं, जबकि दुष्कर्म जन्म-जन्मांतर तक पीड़ा पहुँचाते रहते हैं। आसुरीशक्तियों से घबढ़ायें नहीं, क्योंकि हर युग में असुरत्व का विनाश हुआ है और इस कलिकाल में भी होगा। केवल अपनी आत्मशक्ति को जाग्रत करने की जरूरत है।
6.  अवस्थी  ने समाज के सभी लोगों का आवाहन किया है कि परेड ग्राउण्ड, संगम नगरी प्रयागराज की पावन धरती पर आयोजित शक्ति चेतना जनजागरण शिविर, महाशक्ति शंखनाद में शामिल होकर माता आदिशक्ति जगत् जननी जगदम्बे की कृपा और सद्गुरूदेव श्री शक्तिपुत्र जी महाराज से कर्ममय कार्यक्रम सम्बन्धी प्रमुख जानकारियाँ :-
शिविर व्यवस्थाएँ वृहद् रूप में चल रही हैं। इसमें एक लाख से अधिक लोग करेंगे महाशक्ति शंखनाद
24 फरवरी को तीर्थराज प्रयागराज में पधारेंगे परमहंस योगीराज । हजारों भक्त करेंगे अपने आराध्य का स्वागत, वंदन-अभिनंदन । नशामुक्त प्रयागराज, खुशहाल प्रयागराज का सपना होगा साकार।
भक्तों के ठहरने एवं भोजन की निःशुल्क व्यवस्था । जगह-जगह सजाये जा रहे हैं तोरणद्वार ।
लक्ष्य है नशामुक्त भारत, खुशहाल भारत। कामना है विश्वबंधुत्व एवं विश्व कल्याणकारी। सनातन की रक्षा के लिए गुरूवर श्री देंगे चेतनात्मक चुनौती

Related posts

Leave a Comment