प्रयागराज। किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य और उप्र किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि टीना मां ने कहा कि रेप – रेप होता है चाहे वह महिला के साथ हो या किसी ट्रांसजेंडर या पुरुष के साथ हो या गे के साथ, लेकिन सजा एक होनी चाहिए। लेकिन महिलाओं के साथ रेप की घटना होने पर सख्त सजा है जबकि ट्रांसजेंडर और पुरुष के साथ रेप होने पर मामूली सजा दी जाती हैइससे पीड़ित को न्याय नहीं मिल पाता है और वह आजीवन दु:खी और आहत रहता है।
यह बातें उप्र किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य और उप्र किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि ने आज बैरहना स्थित आवास पर शिष्यों के साथ हुई बैठक में कहा। उन्होंने बताया कि
अखिल भारतीय सतरंगी सलाम संगठन और समर्पित ट्रस्ट की ओर से बलात्कार विरोधी अभियान चलाया गया है इसमें महिलाओं के साथ रेप, लेस्बियन रेप, ट्रांसजेंडर रेप और पुरुषों के साथ रेप आदि का सख्ती से विरोध किया जाएगा। इसके विरोध में एक अगस्त रविवार की शाम पांच बजे सिविल लाइंस के हनुमान मंदिर से पत्थर गिरिजाघर तक कैण्डिल मार्च निकाला जायेगा और धरना स्थल पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम होगा। कैण्डिल मार्च का नेतृत्व उप्र किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य और किन्नर अखाड़ा उप्र की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि (टीना मां) करेंगी। इस दौरान बड़ी संख्या में टांसजेण्डर, किन्नर और समाज से बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि आखिर ट्रांसजेंडरों के साथ रेप पर नाम मात्र की सजा क्यों दी जाती है? जब महिलाओं के खिलाफ दोषी को रेप की सख्त सजा दी जाती है तो फिर ट्रांस एक्ट में अलग से इतनी कम सजा दोषी को क्यों दी जाती है?
महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि ने कहा कि महिलाओं के साथ रेप होने पर इतनी सजा होने पर भी इतने रेप की घटनाएं होती जा रही है तो फिर ट्रांसजेंडरों के साथ कितनी होती होगी, जो समाज में लोगों के सामने नहीं आ पा रही है।
उन्होंने कहा कि रेप या संबंधित अपराध केवल महिलाओं के साथ ही नहीं होता है और न ही केवल पुरुषों के द्वारा ही किया जाता है । रेप व संबंधित अपराधों के लिए बिना लिंग, जाति, धर्म आदि देखे कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए और प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए टाइम लिमिट निर्धारित किया जाना चाहिए। बीएनएस व ट्रांस एक्ट में सुधार की जरूरत है।
महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि ने लेस्बियन रेप के तरफ सबका ध्यान आकर्षित किया है । उन्होंने कहा कि लेस्बियन रिश्ते में अगर एक महिला अपनी दूसरी महिला साथी के साथ शारीरिक रूप से कुछ गलत करती है तो इसके लिए किसी भी प्रकार का कानून क्यो नहीं है ? जब एक लड़की या महिला किसी लड़की, ट्रांस, पुरुष या जानवर का रेप करती है तो इसके लिए किसी भी प्रकार का कोई सख्त कानूनी प्रावधान भी नहीं देखने को मिलता है । उन्होंने विभिन्न मुद्दों को लिख करके सभी के हस्ताक्षर के साथ राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित सभी प्रदेशों के मुख्य सचिव और डीजीपी को शीघ्र पत्र भेजकर सख्त कार्रवाई और सख्त कानून बनाने की मांग करूंगी।
महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि ने कहा कि सेक्स वर्कर हो या ट्रांसजेंडर, महिला हो या मर्द; रेप जैसी चीजें हर हाल में बंद होनी चाहिए । उन्होंने कहा कि इस ब्लात्कार विरोधी अभियान में ट्रांसजेंडर, गे, अन्य LGBTQIA+ समुदाय के लोग, मेडिकल फील्ड के लोग, विषमलिंगी सहित अन्य लोग भी शामिल होंगे।
महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि ने कहा – रविवार को कैण्डिल मार्च, शामिल होंगे बड़ी संख्या में किन्नर, ट्रांसजेंडर
