प्रयागराज। महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे और उत्तर रेलवे राजीव चैधरी ने बुधवार को उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के सभी विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्षों एवं आगरा, इलाहाबाद और झांसी मंडलों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से संरक्षा, समयपालनता और आधारभूत संरचना से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों की समीक्षा की।
महाप्रबंधक ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे थ्रुपासिंग गाड़ियों वाला प्रमुख जोन है और प्रतिदिन लगभग 1000 ट्रेनें उत्तर मध्य रेलवे से गुजरती हैं, जिनमें वंदे भारत, गातिमान, राजधानी, मेल एक्सप्रेस और विभिन्न प्रकार की गुड्स ट्रेन शामिल हैं। यातायात सघनता के कारण लंबे समय से ट्रेन पासिंग कर्मचारियों की सहायता के लिये प्रयास किया जा रहा है ताकि कोई भी ट्रेन अपने पासिंग स्टेशन से बिना आब्जर्वेशन के न गुजर सके। हमारे ट्रेन पासिंग स्टाफ की उच्च सतर्कता के बावजूद, यदि दूसरी दिशा से कोई ट्रेन आ रही होती है तो वर्तमान प्रणाली के तहत ट्रेन पासिंग स्टाफ को दोनों ओर से ट्रेन को देखने में कठिनाई होती है। इस समस्या के समाधान हेतु स्टेशनों के इंट्री प्वाइंटों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की योजना बनाई गई थी, ताकि स्टेशन मास्टर सीसीटीवी की फुटेज को देखकर स्टेशन पर ट्रेन के प्रवेश करने या छोड़ने की स्थिति को देख सकेगा। वृहत स्तर पर कार्यान्वयन से पहले इस प्रणाली के आंकलन के लिए इलाहाबाद मंडल के बमरौली स्टेशन पर यह प्रणाली प्रायोगिक तौर पर स्थापित की गई है।
महाप्रबंधक ने कहा कि इस प्रयास से भविष्य में 2021 तक दादरी-पं.दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच पूर्वी डीएफसी मार्ग के चालू होने पर इस मार्ग पर समय पालनता में सुधार और अतिरिक्त ट्रेन परिचालन क्षमता विस्तार में सहायता मिलेगी। उत्तर मध्य रेलवे ने हाल ही में टूंडला जंक्शन में यार्ड रीमाडलिंग और इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग कार्य पूरा किया है। बैठक के दौरान महाप्रबंधक ने उत्तर मध्य रेलवे की आय और व्यय की भी समीक्षा की। उन्होंने जनवरी 20 तक स्क्रैप बिक्री के माध्यम से 181 करोड़ रुपये की आय पर संतोष व्यक्त करते हुए स्क्रैप बिक्री के माध्यम से 225 करोड़ रुपये के निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सभी प्रयास करने के निर्देश दिए।