*55 हजार फीट में 11 टन प्राकृतिक रंगों से कलाकारों ने 3 दिन में बनाया*
*वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में प्रयागराज नगर निगम कराएगा दर्ज*
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प्रयागराज, 11 दिसंबर 2024।
प्रयागराज महाकुंभ देश की संस्कृति, अध्यात्म और स्वच्छता का संदेश देता है। इसे रंगों में उतारने का महा प्रयास है प्रयागराज में तैयार की गई 55 हजार फीट लंबी रंगोली। यह रंगोली न केवल देश की संस्कृति, अध्यात्म और स्वच्छता का संदेश देगी, बल्कि यह विश्व की सबसे बड़ी रंगोली भी होगी। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ और भक्ति की रसधार बही।
प्रयागराज नगर निगम द्वारा जमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में करीब 3 दिनों की मेहनत के बाद यह रंगोली 11 टन प्राकृतिक रंगों और फूलों से तैयार की गई है। इसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया जाएगा।
प्रयागराज और इंदौर की कलाकारों के साझा सहयोग से इसे बनाया गया है। इसमें महाकुंभ की संस्कृति, अध्यात्म और स्वच्छता का संदेश दिखाई दे रहा है। इसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज भी कराया जायेगा।
शाम को प्रसिद्ध भजन गायक सूर्य प्रकाश दुबे और उनके साथी कलाकारों ने भक्ति रस से हर किसी को सराबोर किया। राधे राधे और श्याम भजन से पूरा माहौल भक्ति भाव में डूब गया। कार्यक्रम में करछना विधायक पीयूष रंजन निषाद जी, विधान परिषद सदस्य व भाजपा मंत्री अनूप गुप्ता जी, पूर्व सांसद श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी जी, पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह जी, पार्षद गण श्रीमती किरण जी, श्रीमती सुनीता जी, नीरज जी, प्रहलाद जी, संजय जी, सुमित निषाद जी, श्रीमती सुनीता दरबारी जी उपस्थित रहीं। अगले दिन गुरुवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या जी, महापौर गणेश केसरवानी जी रंगोली स्थल पर कार्यक्रम में शामिल होंगें।
इस अवसर पर प्रयागराज नगर निगम के अधिकारियों ने कहा, “यह रंगोली प्रयागराज महाकुंभ की संस्कृति, अध्यात्म और स्वच्छता का संदेश देती है। हमें उम्मीद है कि यह रंगोली वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होगी और प्रयागराज महाकुंभ को विश्व स्तर पर प्रसिद्ध बनाएगी।”