प्रयागराज । महाकुंभ 2024 – 25 को प्लास्टिक मुक्त कराने के मेलाधिकारी महाकुंभ विजय किरन आनंद की पहल पर व्यापक स्तर पर काम शुरू हो गया है क्योंकि महाकुंभ के दौरान संस्थाओं में श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को पानी, प्रसाद और खाना अब प्लास्टिक के पत्तल, दोना और गिलास के बजाय पत्तल, दोना और कुल्हड़ में प्रसाद, भोजन और पानी मिलेगा। इसकी व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गयी है। ओम नमः शिवाय के पूज्य गुरुदेव के आश्रम में 22 अगस्त गुरूवार की दोपहर 12 बजे शिव सेना की प्रदेश सचिव श्रीमती रूचि अभिषेक तिवारी मेजा क्षेत्र के बड़ी संख्या में मुसहर और कुम्हार लोगों को एकत्रित कर रही है जो महाकुंभ के दौरान पानी पीने के लिए पर्याप्त कुल्हड़ और दोना, पत्तल की आपूर्ति संस्थाओं को करेंगे जिससे कि मेला क्षेत्र में प्रदूषण न होने पाये और महाकुंभ का क्षेत्रफल साफ, सुथरा और प्रदूषण मुक्त रहे।
महाकुंभ के मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि मेला में शिविर लगाने वाली सभी संस्थाओं से अभी से बार – बार आग्रह किया जा रहा है कि वह मेला क्षेत्र को साफ-सुथरा और प्रदूषण मुक्त रखें इसके लिए वह प्लास्टिक के उत्पादों का प्रयोग न करें। उन्होंने बताया कि इसमें सबसे ज्यादा हानिकारक प्लास्टिक का दोना, पत्तल, गिलास और पालीथीन है इसलिए इसका प्रयोग कोई न करें बल्कि इसके स्थान पर दोना, पत्तल और कुल्हड़ का प्रयोग करें जिससे कि लोगों को रोजगार मिले और दोना, पत्तल और कुल्हड़ का प्रयोग होने से सफाई बनी रहेगी और मेला क्षेत्र प्रदूषण मुक्त रहेगा।
शिव सेना की प्रदेश सचिव श्रीमती रूचि अभिषेक तिवारी ने बताया कि मेलाधिकारी महाकुंभ विजय किरन आनंद की सराहनीय पहल है कि विश्व के सबसे बड़े मेला महाकुंभ को प्रदूषणमुक्त रखा जाए, इसके लिए क्षेत्र के बड़ी संख्या में मुसहर और कुम्हार दोना, पत्तल और कुल्हड़ बनाने के लिए तैयार है लेकिन उनको डर यही रहता है कि उनके सामान को कौन खरीदेगा। उन्होंने बताया कि अगर उनके सामन को कोई नहीं खरीदेगा तो उनका श्रम और सामान खराब होगा, इसके लिए माघ मेला, अर्द्धकुंभ मेला और महाकुंभ मेला में सबसे बड़ा अन्नक्षेत्र चलाने वाली संस्था ‘ओम नमः शिवाय’ प्रयागराज आगे आया है। 22 अगस्त गुरूवार की दोपहर 12 बजे गऊघाट स्थित आश्रम में क्षेत्र के बड़ी संख्या में मुसहर और कुम्हार एकत्र होकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके। इस दौरान उप्र किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य और उप्र किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि (टीना मां) भी मौजूद रहेंगी।
शिव सेना की प्रदेश सचिव श्रीमती रूचि अभिषेक तिवारी ने बताया कि प्रयागराज के अतिरिक्त बांदा, चित्रकूट, मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, जौनपुर, सुल्तानपुर, अमेठी, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर सहित अन्य जिलों के मुसहर और कुम्हार को शीघ्र एकत्र कर उनके अधिक से अधिक उत्पादन के बिक्री की रणनीति तैयार की जाएगी।उल्लेखनीय है कि रुचि तिवारी मेजा के जेवनियां की ग्राम प्रधान रहते हुए मुसहरों के लिए आवास सहित अन्य विकास योजनाओं का लाभ दिलाया था जिसके लिए डीएम ने सम्मानित किया था।
माघ मेला, अर्द्ध कुंभ और महाकुंभ में सबसे बड़ा अन्नक्षेत्र चलाने वाली संस्था ओम नमः शिवाय के पूज्य गुरुदेव का कहना है कि संस्था के लोग श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को भोजन स्टील की थाली में खिलाते है लेकिन इस बार के महाकुंभ के मेलाधिकारी विजय किरन आनंद की पहल प्रशंसनीय है कि प्लास्टिक के बैन से महाकुंभ का क्षेत्र प्रदूषण मुक्त होगा तो दूसरी ओर दोना, पत्तल और कुल्हड़ के प्रयोग से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस बार महाकुंभ से लेकर शहर तक के चार दर्जन प्रमुख स्थानों पर दिन-रात विशाल अन्नक्षेत्र चलेगा जिसमें लाखों श्रद्धालु और स्नानार्थी नाश्ता और खाना खाएंगे। पूज्य गुरुदेव ने कहा कि ऐसे में करोड़ों दोना, पत्तल और कुल्हड़ की जरूरत संस्था को है जो मुसहर और कुम्हार से सीधे खरीदेंगे। पूज्य गुरुदेव ने बताया कि मेलाधिकारी विजय किरन आनंद से अभी से मेला क्षेत्र में अन्नक्षेत्र चलाने की बात हुई है, वह शीघ्र जमीन देंगे जिससे कि विशाल अन्नक्षेत्र महाकुंभ क्षेत्र में शुरू किया जा सके। ओम नमः शिवाय के पूज्य गुरुदेव ने बताया कि महाकुंभ मेला के अधिकारियों से वार्ता चल रही है कि वह सभी सेक्टर में विशाल अन्नक्षेत्र चलाने के लिए जमीन दें जिससे कि श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को नाश्ता, भोजन की समस्या न होने पाएं।
महाकुंभ को प्लास्टिक के दोना, पत्तल एवं गिलास तथा पॉलीथीन बैग से मुक्त करने की तैयारी पर मंथन शुरू
