प्रयागराज। मंगलवार को महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर में गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व को श्रद्धापूर्वक मनाया गया। बता दें कि गुरु पूर्णिमा के दिन 1986 में महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की नींव रखी गईथी। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। जिसमें विद्यालय की प्रधानाचार्या अल्पना डे समेत समस्त छात्र छात्राओं ने सम्मिलित होकर गुरू महात्म्य के प्रति अपने श्रद्धा सुमन समर्पित किये। गुरू स्तोत्र के सुन्दर सस्वर वाचन से सम्पूर्ण विद्यालय परिसर मन्त्रमुग्ध हो गया। जिसे विद्यालय के क्वायर ग्रुप ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के संचलक कक्षा दस ई के छात्र अक्षय जायसवाल एवं नौ सी की छात्रा अनीशा ओझा ने अपने ओज पूर्ण विचारों द्वारा गुरू महिमा को प्रस्तुत किया। वहीं कक्षा सात डी के छात्र अनिमेश सिंह ने काव्य पाठ किया। कक्षा दस सी के छात्र तेजस दयाल ने सुन्दर भजन प्रस्तुत किया। इसी श्रृंखला में विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं ने विविध क्रियाकलापों के माध्यम से गुरूजनों के प्रति अपनी आस्था को अभिव्यक्त किया। कक्षा एक के बच्चों ने कार्ड्स बनाये। कक्षा दो के बच्चों ने कविता वाचन किया।वहीं कक्षा तीन के बच्चों ने सुन्दर कहावतों को प्रस्तुत किया। कक्षा चार एवं पांच के बच्चों ने गुरू स्त्रोत्र एवं सु विचारों से गुरू की अनन्त महिमा को मण्डित किया। कक्षा छह सात और आठ के बच्चों ने विविध प्रकार के पेय पदार्थ स्वस्थ आहार एवं सलाद बनाकर उत्तम स्वास्थ्य के प्रति अपनी जागरूकता को प्रकट किया। कक्षा नौ एवं दस के बच्चों ने वीडियो एवं भाषण द्वारा गुरू पर्व पर प्रकाश डाला वहीं कक्षा ग्यारह एवं बारह के बच्चों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका विषय था जी बीस।
विद्यालय की सचिव प्रो कृष्णा गुप्ता ने बच्चों को सन्देश देते हुए कहा कि गुरूओं के प्रति सच्ची श्रद्धा एवं उनके द्वारा निर्दिष्ट मार्ग का अनुसरण ही ज्ञान प्राप्ति एवं लक्ष्य प्राप्ति का एक मात्र साधन है। विद्यालय की प्रधानाचार्या अल्पना डे ने बच्चों से कहा कि आज का यह पावन पर्व गुरूओं के प्रति सम्मान एवं कृतज्ञता प्रकट करने का सुअवसर है क्यूंकि शिक्षा व्यक्तिगत सामाजिक एवं राष्ट्रीय उत्थान की एक मात्र नौका है। जिसकी पतवार निःसन्देह गुरूओं के ही हाथ में है। विद्यालय की कांउसलर सौम्या दीक्षित ने गुरू पर्व के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।