प्रयागराज। पीताम्बरा मठ के महंत बजरंगमुनि उदासीन ने प्रदेश सरकार से मांग किया है कि एक तरफ कोरोना से बचने के लिए सभी मठ मंदिर, सरकारी और प्राइवेट संस्थान बंद कर दिये गये हैं। जिससे लोग एक दूसरे के संपर्क में न आ सके और स्वस्थ्य रहें। लेकिन सरकार ने शराब की दुकानें खोलकर प्रदेश के करोड़ों लोगो की जिन्दगी को खतरे में डाल दिया है।
बुधवार को उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में शराब की दुकानें तुरंत बंद की जाये। कहा कि शराब बिक्री से सरकार को जितना फायदा नहीं होगा उससे ज्यादा आर्थिक क्षति और लोगों का नुकसान होगा। क्योंकि लोग अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर भीड़ में शराब खरीदने दुकान पर जा रहे हैं। शराब बिक्री के दौरान अधिकांश लोग न तो मास्क लगाये हुए हैं न ही सोशल डिस्टेसिंग का पालन ही कर रहे हैं। ऐसे लोग अपना, अपने परिवार और समाज के लोगों की जिंदगी दांव पर लगा रहे हंै।
महंत बजरंगमुनि उदासीन ने कहा कि जब तक शराब की बिक्री शुरू नही हुई थी, तो कोरोना वायरस कंट्रोल मे था। लेकिन शराब बिक्री के बाद से स्थिति गम्भीर होती जा रही है। कहा कि सरकार और जिला प्रशासन को चाहिए कि प्रत्येक मोहल्ले और गांव मे रहने वालों की व्यापक स्तर पर जांच करवाकर उनका उचित इलाज करवाये।