कथा के तीसरे दिन नवधाभक्ति की वृस्तृत कथा सुनी भक्तों ने
प्रयागराज। सर्वेश्वर हनुमान मंदिर नारी मे कथा के तीसरे दिन श्रीमद्भागवत महापुराण में व्यास आचार्य पंडित अभिषेक कृष्णम् महराज ने बताया कि किस प्रकार नौ प्रकार से ईश्वर की आराधना कर मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है। यदि कोई व्यक्ति इन नौ में से किसी भी एक प्रकार की भक्ति को अपने जीवन में हमेशा के लिए अपना लेता है तो मात्र इससे ही वो प्रभु के बैकुण्ठ धाम की प्राप्ति कर सकता है। यह नौ उपाय अत्यंत सरल और कारगर है। शास्त्रों में ऐसा बताया जाता है कि मनुष्य जन्म का एकमात्र लक्ष्य प्रभु की प्राप्ति करना है। ऐसे में नवधा भक्ति के बहुत सरल भावों को अपनाकर आप भी भगवत्तप्राप्ति कर सकते है। आइए जानते है नवधा भक्ति के नौ भाव-
श्रवण- भगवान के चरित्र, लीला, महिमा, गुण, नाम तथा उनके प्रेम एवं प्रभावों की बातों का श्रद्धापूर्वक सदा सुनना और उसी के अनुसार आचरण करने की चेष्टा करना, श्रवण भक्ति है।
कीर्तन- भगवान की लीला, कीर्ति, शक्ति, महिमा, चरित्र, गुण, नाम आदि का प्रेमपूर्वक करना कीर्तन भक्ति है।
स्मरण- सदा अन्नय भाव से भगवान के गुण प्रभाव सहित उनके स्वरूप का चिन्तन करना और बारम्बार उनपर मुग्ध होना स्मरण भक्ति है।
चरण सेवन- भगवान के जिस रूप की उपासना करते हो, उसी का चरण सेवन करना या सब में ईश्वर को देखकर उन्हें प्रणाम करना। इस भक्ति में भगवान के चरणों की आराधना का महत्व है।
पूजन- अपनी रुचि के अनुसार भगवान की किसी मूर्ति या मानसिक स्वरूप का नित्य भक्तिपूर्वक पूजन करना। नित्य दीप प्रज्जवलित कर भगवान की आरती व पूजा करना इस भक्ति के अंतर्गत आता है।
वन्दन- ईश्वर या समस्त जग को ईश्वर का स्वरूप समझकर वन्दन करना वन्दन भक्ति है।
दास्य- ईश्वर को अपना मालिक मन से स्वीकार कर स्वयं को उनका दास मान लेना दास्य भक्ति है।
सख्य- भगवान को अपना परम हितकारी मानकर उन्हें अपना दोस्त मान लेना सख्य भाव की भक्ति है।
आत्मनिवेदन या समर्पण- अंहकार रहित होकर अपना सर्वस्व ईश्वर को अर्पण कर देना। स्वयं को ईश्वर को मन से सौप देना आत्मनिवेदन। ध्रुव चरित्र, भक्त प्रल्हाद चरित्र और नरसिंह अवतार पर आचार्य पंडित अभिषेक कृष्णन जी महाराज ने बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुति दी। बहुत ही सुंदर ढंग से की गई प्रस्तुति सुन श्रीमद्भागवत कथा सुनने उमड़े श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे। भगवान की भक्ति मे ही शक्ति है। गुरुजी के साथ आचार्य पंडित नकूल पांडेय, सुधाकर शास्त्री, शिवशंकर शास्त्री, पुजारी रमेश दास के साथ स्रोतागण शरद गुप्ता, महेंद्र कुमार शुक्ल, सूर्यभान सिंह, दिलीप कुमार चतुर्वेदी,ऋषि मोदनवाल, नरेंद्र केसरवानी, दिवाकर साहू,कान्हा चतुर्वेदी,मोनू केसरवानी,बबलू बनिया,प्यारे मोहन आदि के साथ भारी संख्या में क्षेत्रीय नर-नारी भक्तगणों की उपस्थिति रही।
भागवत् कथा व्यास पीठ से जिला मीडिया प्रभारी हुए सम्मानित
श्रीमद्भागवत महापुराण में व्यास आचार्य पंडित अभिषेक कृष्णम् महराज ने व्यास पीठ से भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी को अंगवस्त्रम् भेंटकर सम्मानित करते हुए आशीर्वाद दिया।