मंदिर की आड़ में राजनीति नहीं होनी चाहिए: लक्ष्मी नारायण

प्रयागराज। अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण शीघ्र शुरू होना चाहिए। लेकिन मंदिर की आड़ में राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया है कि तीन माह के अंदर ट्रस्ट बनाकर श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया जाये।
यह बातें माघ मेला क्षेत्र के सेक्टर पांच में संगम लोअर मार्ग-हरिश्चन्द्र मार्ग पर लगे शिविर में मंगलवार को किन्नर अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने पत्रकारों से कही। उन्होंने आगे कहा कि लेकिन तीन माह बीतने को हो रहा है और कुछ राजनीति दल अपनी-अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हुए हैं। जबकि करोड़ों सनातन धर्मियों के आराध्य के नाम पर राजनीति करने से बचना चाहिए। कहा कि भाजपा की आड़ में उसके अन्य आनुशांगिक संगठन अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते हुए अलग-अलग प्रदेशों के चुनाव को देखते हुए रणनीति तैयार कर रहे हैं। यह देश के करोड़ों सनातन धर्मियों की आस्था के साथ खिलवाड़ है, जो किसी भी कीमत पर नहीं होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि संगम की रेती पर कल्पवास, कथा, प्रवचन और भण्डारा सहित अन्य कार्यक्रम होता है। लेकिन यहां भी धर्म की राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में महिला उत्पीड़न के मामले बढ़े हैं, जबकि सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था। कहा कि कार्रवाई के नाम पर सरकार और अफसर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। उन्होंने कहा कि समाज के सबसे असहाय किन्नर होते हैं। अब तो आए दिन उनके उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने किन्नर वेलफेयर बोर्ड तक का गठन यूपी सहित अन्य राज्यों में नहीं किया है। इससे भी किन्नर परेशान हैं। इस दौरान प्रयागराज की पीठाधीश्वर टीना मां, पीठाधीश्वर नीलम व आशा सहित अन्य कई लोग मौजूद रहे।

टीना मां बनेगी महामण्डलेश्वर
किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामण्डलेश्वर ने बताया कि माघ मेले में अखाड़े के दर्जन भर पदाधिकारियों की घोषणा होगी, लेकिन उनका पट्टाभिषेक हरिद्वार कुम्भ 2021 में होगा। उन्होंने बताया कि प्रयागराज की पीठाधीश्वर टीना अब महामण्डलेश्वर बनेगी। इसी प्रकार कई पदाधिकारी महामण्डलेश्वर, मण्डलेश्वर, पीठाधीश्वर और महंत बनेंगे। जिसकी घोषणा शीघ्र की जायेगी।

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