मंत्री ने महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत 5 स्टार होटल के लिए कार्ययोजना बनाने तथा स्थान उपलब्ध कराये जाने के दिए निर्देश
महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत जनप्रतिनिधियों के द्वारा बैठक में दिए गए सुझाव
प्राचीन मंदिरों का चिन्हीकरण करते हुए उनके सौन्दर्यीकरण से सम्बंधित कार्य को कराये जाने के दिए निर्देश
प्रयागराज।
कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी की अध्यक्षता में सोमवार को मेला प्राधिकरण स्थित आईसीसीसी सभागार में महाकुम्भ मेला-2025 के दिव्य एवं भव्य रूप से आयोजन की तैयारियों के सम्बंध में अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु दीर्घकालीन परियोजनाओं के सम्बंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त संजय गोयल ने मंत्री सहित बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधिगणों को महाकुम्भ-2025 की तैयारियों के दृष्टिगत जनपद में कराये जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत जनपद में बनाये जाने वाले फ्लाईओवरों के स्थान का चिन्हीकरण कर लिया गया है, जिसमें महात्मागांधी मार्ग स्थित मेडिकल चैराहें पर फ्लाईओवर का निर्माण, महाराणा प्रताप चैराहा से लोकसेवा आयोग, पत्रिका चैराहा, एवं मिश्रा भवन चैराहें तक फ्लाईओवर का निर्माण कराये जाने से सम्बंधित प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। उन्होंने प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत कराये जाने वाले कार्यों के सम्बंध में भी विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि शहर के प्रमुख मार्गों की स्ट्रीट लाइट, पोलों पर रंगीन एलईडी स्ट्रिप आपूर्ति एवं स्थापना के कार्य, पुराने यमुना ब्रिज पर रंगीन लाइटिंग का कार्य साथ ही शहर के प्रमुख मार्गों के चैड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण व सौन्दर्यीकरण के कार्य कराया जाना है, जिसमें कचहरी चैराहा से लक्ष्मी टाकीज चैराह, तुलसी चैराहा से मदन मोहन मालवीय चैराहा, सरोजनी नायडू चैराहा से न्याय मार्ग चैराहा, तुलसी चैराहा से पत्थर गिरजाघर तक, इन्दिरा गांधी चैराहा से धोबी घाट चैराहा तक, एकलव्य चैराहा से धोबीघाट चैराहा तक, जिलाधिकारी कार्यालय से विश्वविद्यालय रोड़ क्रासिंग सहित अन्य मार्गों का चिन्हीकरण किया गया है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा मेट्रो रेल के 44 किलोमीटर लंबे मार्ग के डीपीआर के बारे में जानकारी दी। मण्डलायुक्त ने मंत्री को महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत पर्यटन विभाग द्वारा कराये जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नागवासुकी मंदिर का विकास, द्वादश माधव मंदिर के परिपथ विकसित किये जाने, दरियाबाद स्थित तक्षक तीर्थ के विकास, पंचकोसी परिक्रमा पथ, डिजिटल कुम्भ म्यूजियम, ओल्ड कर्जन ब्रिज फाफामऊ, दशाश्वमेध घाट के विकास कार्य सहित सभी चिन्हित अन्य प्राचीन धार्मिंक स्थलों के विकास कार्य के साथ ही उनके सौन्दर्यीकरण से सम्बंधित प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। मण्डलायुक्त ने मंत्री को जल निगम एवं गंगा प्रदूषण इकाई द्वारा नदी में गिरने वाले सीवर डिस्ट्रिक्ट ए, जी एवं एफ में 14 नग अन्टैप्ड नालों को स्थाई रूप से टैप कराने सहित अन्य कराये जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। नगर निगम द्वारा मेला क्षेत्र के आस-पास एवं प्रयागराज शहर के समस्त आगमन मार्गों पर प्रकाश की व्ययवस्था का कार्य, राज्य सड़क परिवहन द्वारा बनाये जाने वाले अस्थायी मेला बस स्टेशनों के बारे में जानकारी दी। बाढ़ कार्य खण्ड सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा कराये जाने वाले दशाश्वमेध पक्का स्नान घाट, नागवासुकी की कटान निरोधी कार्य का विस्तारीकरण, रामघाट पर प्रतिकात्मक पक्के घाट, सरस्वतीघाट पर पक्के घाट का निर्माण, मनसैयता नाले पर बाक्स कलवर्ट निर्माण, सच्चा बाबा आश्रम के सामने अरैल में अवशेष 200 मीटर पक्के घाट का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। विद्युत विभाग द्वारा कराये जाने वाले कार्य, स्वास्थ्य विभाग एवं मोती लाल नेहरू चिकित्सालय में कराये जाने वाले कार्यों के सम्बंध में मण्डलायुक्त ने मंत्री को विस्तार से जानकारी दी।
मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया ने कुम्भ-2019 की भव्यता, दिव्यता को सराहा है। उन्होंने सभी अधिकारियों को महाकुम्भ-2025 की तैयारियों के सम्बंध में अभी से ही कार्य शुरू करने के लिए कहा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनप्रतिनिधिगणों द्वारा जो भी प्रस्ताव/सुझाव दिए जा रहा है, उसको योजना में शामिल करें। महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत नगर निगम द्वारा विस्तारित क्षेत्रों के विकास में किसी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए। सभी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत जो भी निर्माण के लिए योजनाएं/प्रस्ताव बनाये जाये, उसमें कोई ओवरलैपिंग नहीं होनी चाहिए। शहर में यदि किसी विभाग/संस्था द्वारा अपने कार्य के लिए सड़क की खुदायी करायी जाती है, तो उसी संस्था/विभाग द्वारा उस रोड़ के निर्माण का कार्य कराया जायेगा। एयरपोर्ट से सीधे मेला क्षेत्र में प्रवेश की ठोस कार्य योजना बनाये जाने के निर्देश दिए। मंत्री ने जनपद के प्राचीन मंदिरों का चिन्हीकरण करते हुए उनके सौन्दर्यीकरण से सम्बंधित कार्य को कराये जाने के लिए कहा है। शहर में एवं मेला क्षेत्र में साइनेज की व्यवस्था हर जगह होनी चाहिए, जिसमें आगे पहुंचने के स्थान की दूरी का स्पष्ट उल्लेख हो। उन्होंने मेला क्षेत्र में लगाये जाने वाले साइनेज में हिंदी एवं अंग्रेजी के अतिरिक्त देश की अन्य प्रचलित भाषा में भी स्थान का उल्लेख करने के लिए कहा है। मंत्री ने अधिकारियों से प्रयागराज में 5 स्टार होटल के लिए स्थान उपलब्ध कराने के लिए कहा है। बैठक में महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत जनप्रतिनिधिगणों द्वारा भी प्रस्ताव दिए गए, जिसमें जानसेनगंज चैराहें पर फ्लाईओवर के निर्माण के सम्बंध में कार्ययोजना बनाने का सुझाव दिया है साथ ही लेप्रोसी मिशन चैराहें पर लगने वाले जाम की समस्या से निपटने के लिए कार्ययोजना तैयार किए जाने, अरैल रोड के चैड़ीकरण सम्बंधी, छिवकी स्टेशन को अन्य सुविधाओं से लैस करने तथा और अधिक विकसित करने का प्रस्ताव, देश व विदेशों से आने वाले पयर्टकों के लिए टूरिस्ट थाने बनाये जाने का प्रस्ताव, मेला क्षेत्र में आने के इंट्री प्वाइंट के सीएससी को अत्याधुनिक संसाधनों से युक्त करने का प्रस्ताव, महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत बलुआ घाट से बारादरी तक पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने के दृष्टिगत सौन्र्दयीकरण कराये जाने का प्रस्ताव, झूंसी स्थित उल्टा किला तथा पक्षी विहार के सौन्दर्यीकरण कराये जाने का प्रस्ताव दिया गया। इस अवसर पर सांसद प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी, सांसद श्रीमती केशरी देवी पटेल, महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नंदी, विधायक शहर उत्तरी हर्षवर्धन वाजपेई, विधायक फूलपुर प्रवीण पटेल, आईजी राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री, प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद चैहान, नगर आयुक्त, पीडीए के सचिव सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।